हर साल हम देखते है जब सेलेब्स रेड कार्पेट पर चलते हैं. जी हाँ, हर साल बड़े-बड़े सितारों को रेड कार्पेट पर देखा जाता है जिस पर चलते हुए उन्होंने ख़ास ड्रेस पहनी होती हैं और एक अलग ही अंदाज अपनाया होता है. कभी आपने सोचा है कि क्यों इतना ख़ास है ये रेड कार्पेट, क्यों होती है रेड कार्पेट कि इतनी चर्चा...? अगर नहीं तो आइए आज हम आपको बताते हैं क्यों है रेड कार्पेट ख़ास और कहाँ से शुरू हुआ ये. रेड कार्पेट की थ्योरी की बात की जाए तो इसकी शुरुआत साल1922 में हुई थी जो Sid Grauman द्वारा की गई थी. इसमें एक थियेटर में बड़े-बड़े फ़िल्मी सितारों के लिए लाल कालीन बिछाया गया था जिस पर सभी ने नई ड्रेस पहनकर जलवे दिखाए थे. कहा जाता है कि वह पहली बार हुआ था कि किसी मूवी के प्रीमियर के दौरान रेड कार्पेट का इस्तेमाल किया गया था. पहली बार से लेकर आज तक यह सिलसिला जारी हैं. ऐसा भी कहा जाता है कि इसकी शुरुआत 458 ईसा में हुई थी जब टोजन वॉर हुआ था और सैनिक घर वापस लौटे थे तो उनकी पत्नियों ने रेड कार्पेट बिछाया और उसके बाद उन्हें उस पर चलकर आने के लिए कहा. ऐसा भी कहा जाता है कि 1902 में एक ट्रेन चालु हुई थी जो दो जगहों के बीच चलती थी इस दौरान प्लेटफॉर्म को गन्दा होने से बचाने के लिए रेड कार्पेट बिछाया गया था. एक थ्योरी के अनुसार कई मशहूर लोगों को अच्छा महसूस करवाने के लिए रेड कार्पेट बिछाकर उनपर उनसे चलवाया जाता था. अब सोचने वाली बात ये है कि आखिर रेड कार्पेट ही क्यों - तो ये भी हम आपको बता दें कि रेड कार्पेट के अलावा किसी और रंग कि डाई उस समय में नहीं मिलती थी जब इसका चलन हुआ था यहीं वजह थी कि रेड कार्पेट चलन में आया और रेड रंग को उच्चता का प्रतीक भी माना जाता हैं. साधारण मैकेनिक से बुर्ज खलीफा में 22 फ्लैट्स की असाधारण कहानी... Google Doodle: क्लासिकल डांस की मल्लिका को समर्पित आज का गूगल डूडल मंगल गृह पर जीवन सम्भव, वैज्ञानिकों ने तैयारी ये खास तकनीक