पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके भाई और पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ के खिलाफ लाहौर में सड़क निर्माण कार्य में सरकारी पैसों के दुरुपयोग को लेकर नए मामले दर्ज करने को मंजूरी दे दी है. एनएबी ने बुधवार को शरीफ बंधुओं के खिलाफ रायविंड से उनके निवास जाति उम्रा तक दो-पथगामी सड़क के निर्माण में भ्रष्टाचार का नया मामला तय किया जिसमें देश के राजस्व को 12.5 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. एनएबी अदालत के पास पहले से ही पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के तीन मामले लंबित हैं. एनएबी ने दो और प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ और युसुफ रजा गिलानी के खिलाफ जांच की अनुमति प्रदान की है. ये दोनों पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) से जुड़े हैं. अशरफ को नांदीपुर बिजली परियोजना में विलंब होने से राष्ट्रीय राजस्व को हुए 113 करोड़ अरब रुपए की हानि को लेकर जांच का सामना करना पड़ेगा. वहीं गिलानी को सैंडक मेटल लिमिटेड में नियुक्तियों में अपने अधिकार का दुरुपयोग करने को लेकर जांच का सामना करना पड़ेगा. एनएबी की जांच के घेरे में बलूचिस्तान के पूर्व मुख्यमंत्री नवाब असलम रायसानी, पूर्व संचार मंत्री अर्बाब आलमगीर और उनकी पत्नी असमा के अलावा पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता बाबर अवान भी हैं. चीन ने चीनियों को भारत में कानून पालन करने को कहा अमेरिकी राष्ट्रपति के सम्मान के लिए बनेगा 'ट्रंप स्टेशन' मिस्र की बैंक पर आतंकवादियों का हमला