नई दिल्ली: दिल्ली की सत्तादारी आम आदमी पार्टी (AAP) ने शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि, दिल्ली की एक अदालत ने संजय सिंह की न्यायिक हिरासत भी 10 नवंबर तक बढ़ा दी, जब उन्हें पहले दी गई 14 दिन की हिरासत की अवधि समाप्त होने पर राउज़ एवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश एम.के. नागपाल के सामने पेश किया गया था। AAP नेताओं और समर्थकों ने भाजपा और मोदी सरकार के कार्यों के प्रति अपना विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के उत्पीड़न के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखने की कसम खाई। प्रदर्शन के दौरान AAP कार्यकर्ताओं ने 'जब-जब मोदी डरता है-ED को आगे करता है, मोदी जी की तानाशाही नहीं चलेगी, संजय सिंह को रिहा करो, भाजपा मुर्दाबाद, ED-CBI मुर्दाबाद' जैसे नारे लगाए। शुरू में विरोध प्रदर्शन की योजना भाजपा मुख्यालय तक जाने की थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने सड़कें अवरुद्ध कर दीं, जिससे प्रदर्शन तितर-बितर हो गया। AAP के राज्यसभा सांसद और संगठन के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक ने सरकार के कार्यों की आलोचना की और देश के सामने बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में समस्याओं जैसी चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बदलाव लाने के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता व्यक्त की और सरकार पर उनके नेताओं को झूठा फंसाने का आरोप लगाया। AAP के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने दावा किया कि पांच राज्यों में आगामी विधान सभा चुनाव हारने के डर से भाजपा ED और CBI का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने न्याय प्रणाली के प्रति पार्टी के समर्पण और इस विश्वास की पुष्टि की है कि सिंह और मनीष सिसौदिया को रिहा कर दिया जाएगा। AAP विधायक दिलीप पांडे ने लोकतांत्रिक आवाज़ों के महत्व और सरकार के कार्यों के खिलाफ लड़ने के लिए पार्टी के दृढ़ संकल्प पर जोर दिया। AAP के एक अन्य विधायक ऋतुराज झा ने कहा कि जब तक सरकार उनके नेताओं को गलत तरीके से फंसाती रहेगी, लड़ाई जारी रहेगी। AAP विधायक और प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार ने मोदी सरकार पर विपक्ष की आवाज दबाने के लिए ED और CBI का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और कहा कि सच्चाई और ईमानदारी की जीत होगी। 'सत्ता में लौटे तो जातिगत जनगणना कराएंगे..', छत्तीसगढ़ में राहुल गांधी ने दोहराया अपना वादा, बोले- इससे डरते हैं पीएम मोदी आमला सीट पर कांग्रेस ने बदला अपना प्रत्याशी, निशा बांगरे को बनाया उम्मीदवार! जानिए क्या है वायरल पोस्ट का सच? केरल का नाम 'केरलम' करना चाहते हैं, लेकिन देश का नाम 'भारत' न पढ़ाया जाए ! आखिर वामपंथी सरकार को आपत्ति क्या ?