संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावती जो अब पद्मावत हो गई है का विरोध अब भी जारी है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ खड़ी करणी सेना ने इंदौर से गुजरात के दाहोद, मेहसाण, वडोदरा, अहमदाबाद, गांधी नगर जाने वाली बसों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया है. देश के अन्य राज्यों से भी विरोध प्रदर्शन ओर उग्र आंदोलन की खबर आ रही है. गौरतलब है की सुप्रीम कोर्ट ने पद्मावती को रहत देते हुए उस पर राज्य सरकारों के द्वारा लगाए गए बैन को हटाए जाने के आदेश जारी किये है . बावजूद इसके मध्यप्रदेश ओर राजस्थान समेत कई राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ याचिका दायर करने का मन बना चुकी है. इन सब के बिच करणी सेना अभी तक फिल्म पर पूर्ण बैन की मांग पर आमादा है. करणी सेना प्रमुख पहले ही संजय लीला भंसाली ओर दीपिका पादुकोण के खिलाफ निजीतौर पर सख्त बयान दे चुके है. अपने एक बयान में उन्होंने कहा था कि वें अब संजय लीला भंसाली को चांदी के जूते मारेंगे ओर फिल्म पर बैन से काम कुछ भी मंजुर नहीं होगा.'' बहरहाल फिल्म को फरवरी में रिलीज़ किया जाना है. मगर विरोध का दौर अब भी जारी है. पद्मावत को लेकर वसुंधरा सरकार की सख्ती कायम पैडमैन की रिलीज़ डेट आगे खिसकी पद्मावत के विरोध में सिनेमाघर में बवाल