बुधवार को मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के राइट्स इश्यू को आखिरी दिन 159 फीसद सब्सक्रिप्शन मिला. कंपनी इसके जरिये 53,124 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है, यह देश का सबसे बड़ा राइट्स इश्यू है. मालूम हो कि यह किसी गैर-वित्तीय कंपनी की ओर से पिछले एक दशक में लाया गया विश्व का सबसे बड़ा राइट इश्यू है. लॉकडाउन में इंडिगो एयरलाइन को झटका, चौथी तिमाही में 871 करोड़ रुपये का नुकसान इस मामले को लेकर कंपनी द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, उसके सार्वजनिक श्रेणी में कंपनी को 1.22 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है. इस इश्यू में कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 42.26 करोड़ शेयर की पेशकश की. तीन जून को इशू की समाप्ति तक कंपनी के शेयरों को मिली कुल बोली का अनुमानित मूल्य करीब 84 हजार करोड़ रुपये है. राइट्स इश्यू शेयरों के आवंटन को मंजूरी देने के लिए कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक 10 जून को होगी. इन राइट्स इश्यू शेयरों को बीएसई और एनएसई पर अलग-अलग 12 जून 2020 को लिस्टेड कराए जाने की उम्मीद है. एयर एशिया ने 40 प्रतिशत काटा पायलटों का वेतन अपने बयान में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, 'मैं अपने प्रिय एवं सम्मानित शेयरधारकों को इस राइट्स इश्यू में भाग लेने के लिए और भारत के पूंजी बाजार के इतिहास में नए मॉडल स्थापित करने एवं इसे गर्व का प्रतीक बनाने के लिए दिल से धन्यवाद देता हूं.' उन्होंने कहा कि कंपनी के संस्थापक धीरूभाई के समय से ही कंपनी के शेयरधारक उसकी शक्ति का सबसे बड़ा स्रोत रहे हैं.उन्होंने कहा कि COVID-19 महामारी में लंबे समय तक देशव्यापी लॉकडाउन होने के बाद भी RIL के अधिकारों के मुद्दे की सफलता घरेलू निवेशकों, विदेशी निवेशकों और छोटे खुदरा शेयरधारकों द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था में आंतरिक ताकत में विश्वास को दिखाता है. मुकेश अंबानी ने कहा कि मुझे इसमें कोई संदेह नजर नहीं आता कि भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व में आने वाले समय में एक उच्च विकास के लक्ष्य की ओर बढ़ेगी, और एक बार फिर वापसी करेगी. Sensex : वैश्विक स्तर पर सकारात्मक संकेतों से उछला बाजार, बढ़त के साथ बंद हुआ स्टॉक मार्केट इस दिग्गज आईटी कंपनी के 74 कर्मचारी बने करोड़पति क्या MSME बदलने वाली है उद्योग जगत की परिभाषा ?