नई दिल्ली: भारत सरकार ने कहा है कि अगले दो से तीन दिन के अंदर 26 विमान यूक्रेन के पड़ोसी मुल्कों से भारतीयों को वापस लाने के लिए उड़ान भरेंगे. सरकार ने कहा है कि कीव में अब कोई भारतीय शेष नहीं है. यूक्रेन के खारकीव में एक भारतीय छात्र की रूसी फायरिंग में मौत हो जाने के बाद फंसे भारतीयों को लाने के लिए सरकार ने प्रक्रिया तेज कर दी है. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने जानकारी दी है कि 26 विमानों को उन स्टूडेंट्स को लाने के लिए रवाना किया जा रहा है, जो यूक्रेन से बॉर्डर पार कर पड़ोसी देशों में आ गए हैं. मंगलवार को भारत सरकार के मंत्रियों की अहम बैठक हुई, जिसमें यूक्रेन संकट पर मंथन किया गया. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली इस बैठक के बाद श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए चलाए जा रहे "ऑपरेशन गंगा" अभियान के तहत 8 मार्च तक 46 फ्लाइट्स संचालित होंगी. इनमें से 29 बुखारेस्ट से, 10 बुडापेस्ट से, छह पोलैंड के शहर ज्येजो से और एक स्लोवाकिया से टेक ऑफ़ करेगी. इसके साथ ही इंडियन एयरफोर्स का एक विमान बुधवार सुबह बुखारेस्ट के लिए रवाना किया गया है. भारतीय दूतावास बंद विदेश सचिव ने कहा है कि रूसी सेना की कार्रवाई में संभावित तेजी के मद्देनज़र कीव का भारतीय दूतावास बंद कर दिया गया है और कर्मचारी वहां से जा चुके हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अब कोई यूक्रेन की राजधानी कीव में कोई भारतीय नहीं बचा है. रूसी रूबल अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर विश्व बैंक, आईएमएफ यूक्रेन को वित्तीय, नीतिगत समर्थन देंगे यूक्रेन में फंसे सभी केरलवासी से नोरका रूट्स के साथ पंजीकरण करने का आग्रह: केरल सीएम