हिन्दू धर्म के अनुसार स्त्री को देवी का दर्जा दिया गया है, हर घर में स्त्री का सम्मान किया जाता है. कई घरों में स्त्री के पैर भी पड़े जाते हैं. कुछ घरों में भाई अपनी बहन के पैर छू कर उनका आशीर्वाद लेते हैं. इसी तरह और भी बड़े बुजुर्ग दादी, माँ, भाभी, चाची, मामी जैसे स्त्री के हर रूप को सम्मान दिया गया है और उनके पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. माना जाता है कि जब हम किसी आदरणीय व्यक्ति के चरण छूते हैं, तो आशीर्वाद के तौर पर उनका हाथ हमारे सिर के उपरी भाग को और हमारा हाथ उनके चरण को स्पर्श करता है जो हमें सकारात्मक ऊर्जा पैदा कराता है साथ ही इससे हमारा मानसिक विकास भी होता है. जैसा कि हम सभी जानते है कि अपनी मां बहन या बेटी के चरण स्पर्श और चरण वंदना करना भारतीय संस्कृति में सभ्यता और सदाचार का प्रतीक है. शास्त्रों में पैर छूने के कई सारे नियम बताये गए है जिन्हें ध्यान रखना बेहद जरुरी है. सबसे पहले तो आप उसी स्त्री के पर छुए जिसका आचरण अच्छा हो. इसके अलावा आप जब भी किसी स्त्री के पैर छूते है तो उसके के लिए आपके मन में किसी प्रकार का पाप या फिर कोई गलत विचार न हो, नहीं तो आप करोड़ों पाप के भागीदारी बनते हैं. आप हमेशा अच्छे आचरण वाली स्त्री के चरण स्पर्श करें इससे आपको उस स्त्री से सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होगी और आप करोड़ो पुण्य के भागीदारी बनेंगे और साथ ही आपके ऊपर हमेशा बड़ों का आशीर्वाद रहेगा जो आपको हर काम में सफलता दिलाएगा. ये भी पढ़े गुरुवार लेकर आया इन राशियों के लिए खुशियां घर में रखी ऐसी मछलियां बदल देती है आपकी किस्मत कर्ज से हैं परेशान, ये उपाय करेंगे समाधान