लंदन: ब्रिटेन में पिछले पांच सालों में धार्मिक हिंसा में काफी इजाफा हुआ है। मई में एक सैनिक की हत्या के बाद यूके में मुस्लिम विरोधी हमले बढ़े हैं और ब्रिटेन में कई मस्जिद और इस्लामी संस्थान पिछले कुछ हफ्तों में आग लगने वाले हमलों का लक्ष्य रहे हैं। वहीं आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार ज्यादातर मामलों में मुस्लिम ही इस हिंसा का शिकार हुए हैं। अगले साल भारत को मिलेगा राफेल विमान 2016 में ब्रेक्जिट के पक्ष में यूरोपीय संघ की ओर से कराए गए जनमत संग्रह और ब्रिटेन में हुए आतंकवादी हमलों को धार्मिक हिंसा में बढ़ोतरी के कारण के रूप में देखा जा रहा है। वहीं ब्रिटेन के गृह मंत्रालय की ओर से जारी हुए आंकड़ों के अनुसार इंग्लैंड और वेल्स में साल 2017-18 में 94,098 आपराधिक मामले सामने आए हैं। अमेरिका : 25 सालों बाद आया ऐसा वीकेंड, जब न्यूयॉर्क में नहीं हुई हो कोई गोलीबारी या हत्या ब्रिटेन में इस्लामवादियों द्वारा ली रिग्बी की हत्या की गई और इसके कुछ ही हफ्तों बाद वहां पुलिस ने मुस्लिम विरोधी अपराधों में हुई ज्यादा वृद्धि को दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार जो आंकड़े सामने आए हैं उनके अनुसार ब्रिटेन मूें अपराध 2016-17 की तुलना में 17 प्रतिशत ज्यादा हैं और इनमें धार्मिक हिंसा से जुड़े मामलों की संख्या 8336 थी। ब्रिटेन में हो रहे लगातार मुस्लिम समुदाय पर इस तरह के हमलों से चारों ओर दहशत का माहौल बना हुआ है और साथ ही स्थानीय मुस्लिम समुदाय इन अपराधों से सहम गया है। खबरें और भी सऊदी से गायब हुए पत्रकार 'खशोगी' की खोज में अब तुर्की जाएंगे माइक पोम्पिओ ईरान पर फिर सख्त हुआ अमेरिका, लगाया लाखों डॉलर का प्रतिबन्ध अमेरिकी प्रतिबंधों को लेकर उत्तर-कोरिया की आलोचना, फिर आ सकती है किम-ट्रम्प की वार्ता में बाधा