मंगल ग्रह को देवताओं का सेनापति माना जाता है, ये एक शक्तिहली ग्रह है। जब भी कभी जन्मकुंडली में मंगल पीड़ित, कमज़ोर अथवा पापाक्रांत होता है, तो जातक में पुरुषार्थ की कमी आने लगती है, नतीजा जातक किसी भी कार्य को पूर्ण करने में अपनी पूरी शक्ति नहीं लगा पाता, या उसके भीतर वो शक्ति रहती ही नहीं। ऐसे में इस ग्रह को ठीक रखना बेहद आवश्यक है, इसीलिए हम आपके लिए लाए हैं कुछ ऐसे उपाय, जो आपके मंगल के दुष्प्रभावों को दूर कर सकते हैं । मंगलवार को “सुन्दरकाण्ड” एवं “बालकाण्ड” का पाठ करना लाभकारी होता है । श्री स्कन्द पुराण में वर्णित “मंगल स्त्रोत” का नित्य श्रद्धा पूर्वक पाठ करने से मंगल के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है। क़र्ज़ की स्तिथि में “ऋण मोचक मंगल स्तोत्र“ का नित्य पाठ कारगर साबित होता है।अधिक क़र्ज़ की स्तिथि में “ऋण मोचक मंगल अनुष्ठान” ही अचूक उपाय है। “माँ मंगला गौरी“ की आराधना से भी मंगल दोष दूर होता है । कार्तिकेय जी की पूजा से भी मंगल दोष के दुशप्रभाव में लाभ मिलता है। भगवान शिव की स्तुति करें। ज्योतिषीय परामर्श के बाद मूंगे को धारण करें। तांबा, सोना, गेहूं, लाल वस्त्र, लाल चंदन, लाल फूल, केशर, कस्तूरी , लाल बैल, मसूर की दाल, भूमि आदि का दान। गली कन्यायें गौरी पूजन तथा मंगल यंत्र की नियमित पूजा अर्चना करें। अपार धन की प्राप्ति के लिए सोमवार को करें सिर्फ इस मंत्र का जाप.. गुरु पूर्णिमा के दिन पढ़ें रामचरित मानस की गुरु वंदना.. दैनिक राशिफल: तुला राशिवालों को होगा धनलाभ, जानिए क्या कहते हैं आपके सितारे