मुंबई: महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले पर महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने ओछी टिप्पणी की है। उन्हें शर्म आनी चाहिए। ऐसे राज्यपाल को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें फ़ौरन इस पद से हटाया जाए। मैं लोकतांत्रिक तरीके से यह मांग कर रहा हूं। लोग अभी शांत हैं। यदि गवर्नर को नहीं हटाया गया, तो महाराष्ट्र पूरे जल उठेगा। ये शब्द हैं, महाराष्ट्र की राजनीति में अच्छी खासी पकड़ रखने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ शरद पवार के, जो उन्होंने केंद्र सरकार को धमकी देते हुए कहे हैं। दरअसल, शरद पवार ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए आज (17 दिसंबर) महाविकास आघाड़ी द्वारा मुंबई में आयोजित किए गए महामोर्चा (विरोध मार्च) को संबोधित किया। इस दौरान शिवसेना (उद्धव गुट) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार फरवरी महीना नहीं देख पाएगी। वहीं, शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के कुछ आदर्श हैं, जैसे- फुले, साहू, आंबेडकर, कर्मवीर भाऊराव पाटील। उन्होंने कहा कि, मैं देश के हर हिस्से में जाता हूं। सभी के मन में साहू महाराज, छत्रपति शिवाजी महाराज, डॉ आंबेडकर के प्रति आदर सम्मान है। मगर ये (गवर्नर) इन पर ये कुछ भी बोलते हैं। शंकरदयाल शर्मा से लेकर अब तक कई गवर्नर देखे, मगर आज के राज्यपाल तो महाराष्ट्र की विचारधारा को ही संकट में डालने का कार्य कर रहे हैं। शरद पवार ने कहा कि, ऐसे लोगों को सबक सिखाए बिना हम चुप नहीं बैठेंगे। PAC स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए सीएम योगी, रामजन्मभूमि पर हुए हमले का किया जिक्र इन राज्यों में 4 दिनों तक चलेगी शीतलहर, मौसम विभाग ने जताया पूर्वानुमान 'मेरा करियर बर्बाद हो जाएगा..', कोर्ट पहुंची श्रद्धा के 35 टुकड़े करने वाले आफताब की जमानत याचिका