सूर्य मंदिर के कायाकल्प की कवायद शुरू

झालरापाटन : राज्य सरकार ने प्राचीन मूर्ति स्थापत्य कला और वैभव के लिए पहचाने जाने वाले ऐतिहासिक सूर्य मंदिर कायाकल्प के लिए कवायद शुरू कर दी है. देव स्थान विभाग और पुरातत्व विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आरएसआरडीसी के माध्यम से सूर्य मंदिर के विकास के लिए 2 करोड़ रुपए की लागत से यह कार्य किया जाएगा.

आपको बता दें कि सूर्य मंदिर की साफ सफाई और कायाकल्प के लिए ठेकेदार ने कार्य शुरू कर दिया है .जल्द ही यहां पर मंडप, गर्भ गृह, शिखर की मूर्ति व स्थापत्य कला पर छाई काई का रासायनिक उपचार, और जगह-जगह हो रही टूट-फूट की मरम्मत करने का काम शुरू किया जाएगा . यही नहीं सूर्य मंदिर के बाहर लगी लोहे की जालियों की जगह लाल पत्थर की कलात्मक जालियां, बाहर की ओर अच्छे दिखने वाले खंभे लगाने का भी कार्य किया जाएगा.निर्माण कार्यकारी एजेंसी , आरएस आरडीसी के तकनीकी अधिकारी और आर्किटेक्ट ने सूर्य मंदिर का गत दिसंबर में सर्वेक्षण किया था .

उल्लेखनीय है कि इस ऐतिहासिक सूर्य मंदिर के विकास कार्यों में पत्थर कार्य , मूर्ति, स्थापत्यकला का रखरखाव, विद्युतीकरण , साजसज्जा आदि से जुड़े कार्य किए जाएंगे.कहा जा रहा है कि जब कायाकल्प का यह कार्य पूर्ण हो जाएगा तो इस प्रसिद्ध सूर्य मंदिर के अतीत का वैभव फिर लौट आएगा. वैसे भी राजस्थान अपनी मूर्ति और स्थापत्य कला के लिए मशहूर है.

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