हरियाणा: हरियाणा में पिछले 12 दिनों से चल रहे जाट आन्दोलन को लेकर सरकार व आन्दोलनकारियों में वार्ता चल रही है और उन्हें उम्मीद है कि यदि सब कुछ ठीकठाक चलता रहा तो जाट आन्दोलन को लेकर जल्द ही बातचीत बन सकती है। उक्त उद्गार केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने आज के बार एसोसिएशन गुहला के हाल में स्थानीय पत्रकारों से बातचीत करते हुए व्यक्त किए। इस्पात मंत्री चौधरी विरेंदर सिंह बार एसोसिएशन गुहला में बैठक में शिरकत करने पहुचे। बार एसोसिएशन गुहला के प्रधान ने बार की तीन मांगो को चौधरी विरेंदर सिंह के समक्ष रखा जिसमे 9 लाख रुपये की लागत से पार्किंग के लिए ,साढे तीन लाख एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग को जोड़ने के लिए व एक लाख लाइब्रेरी के लिए थी। विरेंदर सिंह ने संबोधन में कहा की इन मांगो को पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जाटों को हरियाणा के साथ-साथ केन्द्र स्तर पर भी आरक्षण दिलवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय बैकवर्ड कमीशन ने आरक्षण को लेकर जो रिपोर्ट सरकार को दी थी, उससे जाटों को आरक्षण देने के रास्ते में रुकावट पैदा हो गई थी। परंतु अब उन्होंने संकेत दिया कि दो दिन बाद केन्द्रीय बैकवर्ड आयोग की समयसीमा समाप्त हो रही है और उसके बाद सरकार बोर्ड का पुनर्गठन करेगी। उन्होंने कहा कि उमीद है कि इस बार कमीशन की रिपोर्ट जाटों को आरक्षण देने के पक्ष में आएगी। उन्होंने एसवाईएल को लेकर कहा कि इस बारे सुप्रीम कोर्ट में फैसला हरियाणा के पक्ष में हो चुका है। परंतु पंजाब विधानसभा चुनाव के चलते कोर्ट के फैसले को लागू करने में देरी हुई है जिसे अब जल्द ही लागू कर दिया जाएगा। बीरेंद्र सिंह ने इनैलो द्वारा एसवाईएल को खोदने को लेकर 23 तारीख से छेड़े जाने वाले जल युद्ध पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इससे होने वाला तो कुछ नहीं है, अलबत्ता इनैलो ऐसा करके अपनी राजनैतिक चमकाने का प्रयास कर रही है। चाहे उनमें काबलियत नाम की कोई चीज न हो। उन्होंने कहा कि यह सब ठीक नहीं है क्योंकि देश के भविष्य के लिए केवल उन लोगों को ही सामने आना चाहिए जिसमें देश के प्रति काम करने का जज्बा व काबलियत हो। और पढ़े- जाट आरक्षण : दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी जाट आरक्षण : एक ही कलम में सब केस खत्म जाट आरक्षण: आज से एक बार फिर जाटों का धरना जाटों के बेमियादी धरने पर हरियाणा में विशेष सतर्कता