लखनऊ: COVID-19 नकारात्मक रिपोर्ट के बाद भी शुक्रवार को अमौसी हवाईअड्डे पर यात्री को रोक दिया गया. उसे लखनऊ से दुबई जाना था, तथा वंदे भारत मिशन के विमान में टिकट बुक था. यात्री के समीप गोरखपुर पैथोलॉजी की COVID-19 टेस्ट की रिपोर्ट थी. एयरलाइन ने उसे लखनऊ की लैब रिपोर्ट की ही हवाईअड्डे पर मान्यता होने की बात कही. यह केस सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो गया. संत कबीर नगर रहवासी रोशन लाल की दोपहर 2:15 बजे की फ्लाइट थी. हवाईअड्डे पर पहुंचकर उन्होंने COVID-19 टेस्ट की नकारात्मक रिपोर्ट दिखाई. यह टेस्ट गोरखपुर की एक लैब से करवाई थी. आरोप है कि उनसे कहा गया कि हवाईअड्डे पर राजधानी की अधिकृत पैथोलॉजी की रिपोर्ट ही अनिवार्य है. ऐसे में उन्हें वहां से टेस्ट करना पड़ेगा. इस वजह से उनकी फ्लाइट छूट गई. यह केस ट्विटर पर भी वायरल हो गया. वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी टैग कर केस में सहायता मांगी गई. दूसरी तरफ इस सिलसिले में विमानन कंपनी का कहना है कि कुछ ऐसे यात्री प्राप्त हो चुके हैं, जिनकी पूर्व में COVID-19 रिपोर्ट नकारात्मक थी. हालांकि, जब दुबई हवाईअड्डे पर टेस्ट किया गया, तो वे सकारात्मक मिले. तत्पश्चात से लखनऊ में टेस्ट के लिए चरक तथा आरएमएल लैब को अधिकृत कर दिया गया है. चार अगस्त से लागू इस नियम की सुचना पेसेंजर को पूर्व में ही दी जा चुकी है. जिन पैसेंजर को रोका गया है, फिर से टेस्ट में भी वे नकारात्मक पाए गए, तो उन्हें विमान से भेजा जाएगा. वही अब इस मामले की जांच की जा रही है. कनाडा ने खारिज किया प्रो-खालिस्तान समूह का दावा IPL 2020: कौन लेगा हरभजन सिंह की जगह, पूर्व भारतीय विकेटकीपर ने किया खुलासा रायपुर में भीषण सड़क दुर्घटना में सात मजदूरों ने तोड़ा दम