नई दिल्ली : भारत में हत्या की जो वारदातें हो रही हैं, उनका एक मुख्य कारण प्रेम संबंध है. NCRB के मुताबिक हत्या के कारणों में प्रेम संबंध तीसरी सबसे बड़ा कारण है. यूं तो हत्या के मामलों में कमी दर्ज की गई है, लेकिन प्रेम संबंध के कारण हत्या के मामले निरंतर बढ़ रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक 2001 से 2017 के बीच प्रेम संबंध के कारण हत्या के मामले सबसे ज्यादा हुए हैं. NCRB के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2001 में 36 लोगों की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते हुई, हालांकि वर्ष 2002 में इसमें गिरावट देखी गई और 28 लोगों की हत्या हुई. वर्ष 2017 में 653 लोगों का क़त्ल हुआ. इस दौरान व्यक्तिगत प्रतिशोध की वजह से हुई हत्या के मामलों में 4.3 प्रतिशत की कमी आई. संपत्ति विवाद में मौत के मामलों में 12 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई, जबकि प्रेम संबंध के कारण हुई मौत के मामले में 28 फीसद की वृद्धि देखी गई. 2015 में प्रेम संबंध की वजह से हत्या के 1,379 मामले दर्ज हुए, वहीं 2016 में 1,493 और 2017 में 1,390 मामले दर्ज हुए. भारत में प्रेम संबंध की वजह से सबसे अधिक हत्या 2001 से 2017 के बीच आंध्रप्रदेश में हुई. यहां कुल 384 लोगों की हत्या प्रेम संबंध के चलते हुई. दूसरा नंबर महाराष्ट्र का है जहां इस अवधि में 277 लोगों का क़त्ल हुआ. फिर गुजरात जहां 158 लोगों को मौत के घाट उतारा गया और चौथे नंबर पर पंजाब है जहां 98 लोगों की हत्या की गई. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रचा इतिहास, बनी 9 लाख करोड़ के मार्केट कैपिटल वाली देश की पहली कंपनी इनकम टैक्स का भुगतान करना अब और भी आसान, बैंकों के चक्कर लगाने से मिलेगी निजात अमेरिका की सख्त निगरानी ने फार्मा उद्योग को किया परेशान, दवाईयों पर पड़ रहा बुरा असर