लखनऊ: बुलंदशहर में गौकशी की अफवाह के बाद भड़की हिंसा की जांच रिपोर्ट इंटेलीजेंस के एडीजी एसबी शिरडकर ने तैयार कर ली है। जानकारी के अनुसार बता दें कि इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी। वहीं बता दें कि एडीजी ने स्थानीय लोगों के साथ-साथ प्रशासनिक अफसरों के बयानों को आधार बनाकर रिपोर्ट तैयार की है। एनजीटी ने कर्नाटक सरकार को 500 करोड़ रुपए एस्क्रो एकाउंट में जमा कराने का दिया आदेश वहीं सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के लखनऊ पहुंचने के बाद डीजीपी खुद उन्हें यह रिपोर्ट सौंपेंगे। वहीं बता दें कि रिपोर्ट में जिले के पुलिस प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया गया है। इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस गौकशी रोक पाने में नाकाम रही है। इसके साथ ही इसमें इंस्पेक्टर स्याना सुबोध कुमार सिंह और ग्रामीण सुमित की हत्या एक ही रिवाल्वर से होने की आशंका जताई गई है। मिसाल: दोनों पैरों से दिव्यांग, ऊपर से पति की बीमारी और छोटे बच्चे की पढ़ाई का बोझ, पर महिला ने नहीं मानी हार इसके साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि बुलंदशहर जिले में पहले कुल 14 बूचड़खाने चलते थे और अब केवल तीन बूचड़खाने ही चल रहे हैं, जो लाइसेंसी हैं। इसके अलावा जिले की पुलिस गौकशी पर पूरी तरह अंकुश नहीं लगा पा रही है। वहीं बता दें कि इसकी एक वजह यह भी है कि ग्रामीण इलाकों में झुंड में आवारा गौवंश के छुट्टा घूमते हैं और उनके लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं है। वहीं छुट्टा घूमते इन मवेशियों की सुरक्षा पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती व सिरदर्द बन गई है, इसके लिए पशुधन विभाग को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। खबरें और भी दुनिया में तेजी से बढ़ते शहरों में हिंदुस्तान का नाम भी है शामिल सेना के हथियार पर है आतंकी मूसा की नजर जलियांवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक ट्रस्ट से कांग्रेस होगी बाहर, प्रस्ताव लाएगी सरकार