बैंगलोर: कर्नाटक में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में सामान नागरिक संहिता (UCC) का मुद्दा प्रमुखता से रखा था,जिसके तहत भाजपा ने सभी भारतवासियों के लिए एक ही समान कानून बनाने की बात कही थी। अब कांग्रेस ने भी अपना मैनिफेस्टो जारी कर दिया है। भाजपा के जवाब में कांग्रेस ने हिंदूवादी संगठन बजरंग दल की तुलना प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के साथ की है। कांग्रेस ने वादा किया है कि यदि उसकी सरकार बनती है, तो वो बजरंगदल पर बैन लगा देगी। इसके साथ ही, कांग्रेस ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा सरकार द्वारा ख़त्म किए गए 4 फीसद मुस्लिम आरक्षण को भी फिर से बहाल करने का वादा किया है। ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही भाजपा:- कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सत्ताधारी भाजपा राज्य में ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है। वहीं कांग्रेस सभी धर्मों और वर्गों के लोगों के लिए काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि जो भी संगठन समाज में धर्म और जाति के आधार पर घृणा फैलाने का कार्य करते हैं, पार्टी की सरकार बनने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उसे प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। इसमें कहा गया है कि PFI और बजरंग दल जैसे दूसरे संगठन भी हैं, जो कि शत्रुता और घृणा को बढ़ावा देते हैं। ऐसे संगठनों को प्रतिबंधित किया जाएगा और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ग्रेजुएट को 3000 और महिलाओं को 2000 रुपए प्रतिमाह:- अपने मैनिफेस्टो में कांग्रेस ने 5 प्रमुख गारंटी दोहराई हैं। पार्टी के मैनिफेस्टो में कहा गया है कि गृह ज्योति योजना के तहत प्रत्येक परिवार को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी। युवा निधि के माध्यम से बेरोजगार ग्रेजुएट युवाओं को 3000 और डिप्लोमा होल्डर्स को 1500 रुपये प्रति माह प्रदान किए जाएंगे। वहीं, भाग्य योजना के तहत प्रत्येक गरीब परिवार को प्रतिमाह 10 किलो राशन दिया जाएगा। इसके अलावा परिवार की महिला मुखिया को प्रतिमाह 2 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। कीचड़ में गिरीं मेनका गांधी, निकाय चुनाव का प्रचार करने पहुंची थीं सुल्तानपुर, वायरल हुआ Video 'सपा की सरकार बनने दो, यही पुलिस तुम्हे सल्यूट करेगी..', क्या अपराधियों का हौसला बढ़ा रहे आज़म खान ? कर्नाटक चुनाव में इंदिरा-इंदिरा क्यों जप रही कांग्रेस ? दोहराना चाहती है 1978 वाली कहानी !