नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक ने नेत्रहीन लोगों को नोटों की पहचान में मदद करने के लिये एक मोबाइल एप लाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है. फिलहाल देश में 10 रुपये, 20 रुपये, 50 रुपये, 100 रुपये, 200 रुपये, 500 रुपये व 2000 रुपये के नोट चलन में हैं. वही इसके अतिरिक्त भारत सरकार एक रुपये के नोट भी जारी करती है. ट्रेड वॉर: बिना नतीजे के ख़त्म हुई दो दिनी बैठक, पर चीन को अब भी अमेरिका से उम्मीद ऐसा होगा नया एप जानकारी के मुताबिक नोटों की पहचान करने में नेत्रहीन लोगों की मदद के लिये 'इंटाग्लियो प्रिंटिंग यानी उभरे रूप से छपाई में 100 रुपये व इससे बड़ी राशि के नोट ही उपलब्ध है. भारतीय रिजर्व बैंक ने मोबाइल एप बनाने के लिये तकनीकी कंपनियों से बोलियां मंगायी है. बैंक ने कहा है, "मोबाइल एप महात्मा गांधी श्रृंखला व महात्मा गांधी (नयी) श्रृंखला के वैध नोटों को मोबाइल कैमरा के सामने रखने या सामने से गुजारने पर पहचानने में सक्षम होना चाहिये. इसके अतिरिक्त यह मोबाइल एप किसी भी एप स्टोर में वॉयस के जरिये खोजे जाने लायक होना चाहिये. लगातार चौथे दिन पेट्रोल और डीजल के दामों में नजर आई गिरावट इसी के साथ रिजर्व बैंक कि माने तो एप को दो सेकंड में नोट की पहचान करने में सक्षम होना चाहिये तथा यह बिना इंटरनेट के भी कार्य करने में सक्षम होना चाहिये. इस के अतिरिक्त एप बहुभाषी तथा आवाज के साथ नोटिफिकेशन देने योग्य होना चाहिये. कम से कम एप हिंदी व अंग्रेजी में होना ही चाहिये. बता दें देश में लाखों लोग ऐसे हैं जो या तो नेत्रहीन हैं या फिर उन्हें देखने में परेशानी होती है. एयर इंडिया ने दी हवाई यात्रियों को एक ऐसी खुशखबरी उत्पादन क्षेत्र में सुस्ती के कारण, इस साल मार्च में 0.1 फीसदी तक घटा औद्योगिक उत्पादन एसबीआई ने दिया ग्राहकों को एक और बड़ा तोहफा