नई दिल्ली : रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा है कि भारत ने निर्णायक कदम उठाकर वृद आर्थिक स्थिरता और तीव्र आर्थिक विकास के लिए मजबूत नींव रखा है। श्री दास ने कहा कि भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के वर्श 2019-20 में 7.2 प्रतिशत की दर से बढऩे का अनुमान है। भारत का हाल के वर्षाें में औसत वार्षिक विकास दर 7.5 प्रतिशत रही है और यह दुनिया में सबसे तेजी से बढऩे वाली अर्थव्यवस्था है। विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने सचिव को दिये, जेट एयरवेज से संबंधित मुद्दों की समीक्षा करने के निर्देश कुछ ऐसा बोले दास सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रिजर्व बैंक के गवर्नर ने शुक्रवार को यहां अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की बैठक में कहा कि महंगाई अभी भी लक्षित दायरे में है। अक्टूबर 2016 से लेकर फरवरी 2019 तक महंगाई की औसत दर 3.6 प्रतिशत रही है। वर्ष 2018-19 में चालू खाता घाटा के जीडीपी के 2.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है और सकल राजस्व घाटा के बजट के लक्षित दायरे में रहने की संभावना है। फरवरी में घटी भारत की फैक्टरी उत्पादन दर यह है तीन बड़ी चुनौतियां जानकारी के अनुसार श्री दास ने कहा कि मजबूत नींव, बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार, बैंकिंग तंत्र में पूंजी और सशक्त वृहद आर्थिक नीतियां भारत को वैश्विक स्तर पर होने वाले उतार चढ़ाव को झेलने की क्षमता देती है। उन्होंने उभरती हुयी अर्थव्यवस्थाओं के लिए चालू वर्ष तीन बड़ी चुनौतियां भी गिनायी। इन देशों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती वैश्विक विकास और व्यापार में शिथिलता, व्यापार तनाव और ब्रिक्जिट को लेकर बनी आशंकायें विकास पर काले बादल की तरह छाये हुये हैं। मार्च में 0.29 फीसदी से बढ़कर 2.86 पर पहुंची मुद्रास्फीति की दर सरकार ने बढ़ाई जीएसटीआर-1 फाइल करने की समयसीमा गुरुवार को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में नजर नहीं आया कोई परिवर्तन