रिस्पना नदी के पुनर्जीवीकरण अभियान की शुरुआत

देहरादून : दून की विरासत कही जाने वाली नदी ऋषिपर्णा, जिसे रिस्पना नदी भी कहा जाता है. की बेहाली की खबर पहले भी आ चुकी है. इसने देहरादून को जीवन दिया है और लोगों को अपने आसपास बसने का मौका. रिस्पना देहरादून की अाबोहवा में जीवन रेखा का काम कर रही थी. मगर नदी फ़िलहाल बदहाली के दौर से गुजर रही है. प्रदुषण और बढ़ती आबादी और कब्जों का सिलसिला कुछ इस तरह चला कि रिस्पना का दम घुटने लगा और आज यह सांसें गिन रही है. मगर अब लगता है नदी फिर से नदी कहलाये जाने लायक हो सकती है.

यदि सब कुछ ठीक रहा तो खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने यूसर्क और ईको टास्क फोर्स की और से गठित जूनियर ईको टास्क फोर्स ने रिस्पना नदी के पुनर्जीवीकरण अभियान की शुरुआत की है. रिस्पना से ऋषिकेश नदी कार्यक्रम के तहत सफाई के लिए वेस्ट मशीन की स्थापना की गई. इसके साथ ही मोबाइल एप का भी उद्धाटन किया गया. इस मशीन के द्वारा 100 किलो कूड़े का निस्तारण किया जा सकेगा.

सीएम ने कहा कि ''देहरादून के पर्यावरण संरक्षण में रिस्पना नदी का अपना महत्व है. राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि इस नदी का पुनर्जीवीकरण और सौन्दर्यीकरण किया जाए. त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि स्वच्छता की इस पहल में सभी लोगों को सहयोग देना चाहिए.''

 

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