नई दिल्ली : इस साल फरवरी में खुदरा महंगाई बढ़कर 4 माह के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. पिछले महीने खुदरा महंगाई माह दर माह के आधार पर बढ़कर 2.57 फीसदी हो गई है. जबकि, जनवरी में यह 1.97 फीसदी थी. इससे पहले खुदरा महंगाई का 2.33 फीसदी का आकड़ा नवंबर 2018 में देखा गया था. वहीं, खुदरा महंगाई के साथ ही जनवरी माह का इंडिस्ट्रयल प्रॉडक्शन का आंकड़ा भी जारी कर दिया गया. खतरे में है पूंजीवाद, रघुराम राजन ने जताई चिंता ऐसा रहा इस बार हाल सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनवरी में इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन की ग्रोथ रेट घटकर 1.7 फीसदी पर आ गई. दिसंबर 2018 में यह 2.4 फीसदी के स्तर पर थी. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय यानि सीएसओ की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) 1.7 फीसद रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 7.5 फीसद था। 2018-19 में अप्रैल से जनवरी के बीच औद्योगिक उत्पादन की ग्रोथ रेट 4.4 फीसद रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 4.1 फीसद रही थी। खाद्य तेलों पर नजर आया अंतराष्ट्रीय बाजार का असर, दामों में आई गिरावट कुछ रहा है आंकड़ा जानकारी के अनुसार जनवरी की महंगाई दर संशोधन के बाद घटकर अब 1.97 फीसद हो गई है। इससे पहले आए आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में खुदरा महंगाई दर 2.05 फीसद थी। दिसंबर में सीपीआई 2.11 फीसद थी। विश्लेषकों ने फरवरी महीने में महंगाई के बढ़ने का अनुमान लगाया था। पोल में कहा गया था कि फरवरी महीने में महंगाई में मामूली इजाफा होगा, लेकिन यह भारतीय रिजर्व बैंक यानि आरबीआई के तय किए गए लक्ष्य से नीचे ही रहेगी। डॉलर के मुकाबले 15 पैसे मजबूत होकर 69.99 तक पहुंचा रुपया शुरुआत के साथ ही सेंसेक्स ने लगाई लंबी छलांग तो निफ्टी में भी नजर आई तेजी इस देश में बनी पहली लेटी हुई इमारत, बनाने में खर्च हुए 27 हजार करोड़