खरगोन: हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद को भारत रत्न दिए जाने की मांग काफी समय से चल रही है. इसी को लेकर मध्य प्रदेश के खरगोन पुलिस विभाग से रिटायर हुए तारक कुमार पारकर (61) रविवार को तिरंगा हाथ में लेकर पैदल दिल्ली के लिए रवाना हो गए. खरगोन डीआरपी लाइन से तारक कुमार पारकर ने अपना सफर शुरू किया, जहां खरगोन एसपी ने उनका स्वागत कर उन्हें रवाना किया. उल्लेखनीय है कि तारक कुमार पारकर खरगोन से 1150 किमी दूर नई दिल्ली तक पैदल सफर तय करेंगे. तारक कुमार पारकर का कहना है कि मेजर ध्यान चंद ने देश को हॉकी में तीन स्वर्ण पदक दिलाये, उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि पैदल तिरंगा हाथ में लेकर खरगोन से दिल्ली तक जाऊंगा. वहां सरकार के समक्ष मैं अपने दिल की बात रखूंगा. तारक कुमार पारकर ने पीड़ा जाहिर करते हुए कहा है कि देश खेल में पिछड़ रहा है. क्योंकि देश को खेल में ऊपर ले जाने वाले प्लेयर्स की कद्र नहीं की जाती. तीन बार स्वर्ण पदक दिलाने वाले मेजर ध्यान चंद को सरकार ने भारत रत्न देने में इतना समय लगा दिया. उनके लिए भारत रत्न की मांग नहीं बल्कि समूचे खिलाड़ियों के दिल की बात सरकार को कहने के लिए मैं यह तिरंगा यात्रा कर रहा हूं. कोयला खदानों की आवंटन प्रक्रिया शुरू, राज्य सरकारों को मिलेगा करोड़ों का राजस्व प्रदर्शन कर रहे PMC बैंक के ग्राहकों को पुलिस ने हिरासत में लिया, सीएम उद्धव ने कही ये बात नेशनल कांफ्रेंस की पीएम मोदी से मांग, कहा- कश्मीरी लोगों से करें सीधा संवाद