जब से 'हीरामंडी' रिलीज हुई है तब से इस सीरीज और निर्देशक संजय लीला भंसाली के चर्चे हो रहे हैं। भंसाली अपने परफेक्शन एवं डीटेलिंग के लिए जाने जाते हैं। संजय लीला भंसाली की सीरीज में ऋचा चड्ढा ने छोटा मगर पावरफुल किरदार निभाया है। ऋचा, सीरीज में लज्जो नाम की तवायफ का किरदार अदा कर रही है, जो एक नवाब के प्यार में पड़ जाती है। ऋचा चड्ढा ने कपिल शर्मा के शो पर बताया था कि अपने एक डांस नंबर के लिए उन्होंने 99 टेक लिये थे। अब इसपर संजय लीला भंसाली ने बात की है। ऋचा चड्ढा ने 'हीरामंडी' के गाने 'मासूम दिल है मेरा' में शानदार परफॉरमेंस दी है। मगर इस गाने को शूट करते समय ऋचा चड्ढा ठीक से परफॉर्म नहीं कर पा रही थीं। भंसाली ने बताया कि ऋचा को उन्होंने डांट लगाई थी, तत्पश्चात, वो स्वयं भी गुस्सा हो गईं। शूट के अंत तक आते-आते ऋचा चड्ढा के आंसू बह गए थे। तो गाने के वीडियो में जहां ऋचा चड्ढा रोती दिखाई दे रही हैं, वो उनके असली आंसू हैं। अपने एक इंटरव्यू के चलते भंसाली ने कहा, 'ऋचा को परफेक्ट तरह से परफॉर्म करने में समय लग रहा था। वो एक स्पेशल मोमेंट था। मगर उनका बैठ नहीं रहा था। वो प्रयास कर रही थी, मगर वो मिल नहीं रहा था जो मुझे चाहिए था। एक समय के बाद मैं थोड़ा अपसेट हो गया था। मैंने उनसे कहा- तुमने रिहर्सल की है, फिर भी तुमसे हो नहीं पा रहा है। मैं थोड़ा गुस्सा हो गया और वो भी अपसेट हो गई थी।' भंसाली ने ये भी कहा कि उन्होंने ऋचा के उस एक्सप्रेशन को शॉट में डालने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया, 'उनके चेहरे पर गुस्सा बहुत खास था। वो मोमेंट उस बात का रिजल्ट था जो मैंने उनसे कहा तथा उन्होंने मुझसे कहा। मेरे शूट किए गए बड़े सभी गानों में ये रेयर मोमेंट था, जब एक्टर ने उस सीन के लिए अपमान महसूस कर रहा है, न कि मेरी नाराजगी और बोलने की कि 'और कितने टेक चाहिए तुम्हे?' नाराजगी दोनों तरफ से थी, मगर आपका उस स्टेट ऑफ माइंड में होना जरूरी है। कोई और एक्टर होता तो शायद सेट से गुस्से चला जाता। मगर ऋचा और मैं हम दोनों ये समझते हैं कि हम दोनों से ज्यादा जरूरी शॉट है, गाना है, सीन है और सीरीज है।' संजय लीला भंसाली ने बताया कि जब ऋचा ने शॉट पूरा किया तो पूरे क्रू ने उनके लिए तालियां बजाई थीं। और फिर दोनों ने एक दूसरे से अपनी कही बातों के लिए माफी मांगी थी। भंसाली ने कहा, 'मैं गया और उन्हें गले लगाया। एवं फिर हम दोनों भूल गए कि शॉट के चलते क्या हुआ था। लेकिन कई बार आपको उस पल से गुजरना पड़ता है। एक्टर को उस पल से गुजरने के लिए तैयार रहना पड़ता है। एक निर्देशक इंतजार करना होता है तथा अपने एक्टर को उस मोमेंट तक लाना होता है। यदि आप बहुत अधिक टेक ले रहे हैं, और मैं आपको डांट दूं, फिर आप जो बेइज्जती महसूस करेंगे ये वो वहीं होगी जो शो में आपकी भूमिका को महसूस होनी है। जब मैं ये देख रहा था, मैंने सोचा, 'वो सच में रो रही है'। उन्होंने हर एक बीट को पकड़ा। आखिरी पल तक उन्होंने अपने गुस्से और फर्स्ट्रेशन को जाने नहीं दिया।' 'पैपराजी को पैसे देकर फोटोज के लिए बुलाती हैं जाह्नवी कपूर?' खुद किया ये खुलासा कान्स में छाया मल्लिका शेरावत का लुक, ऋचा चड्ढा ने की तारीफ Cannes 2024 में भारत को मिली बड़ी जीत, इस फिल्म ने जीता अवॉर्ड