वाशिंगटन: अमेरिका में इस समय राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म है। पांच नवंबर को होने वाले इस चुनाव के लिए डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं ताकि उनका उम्मीदवार व्हाइट हाउस पहुंचे। हालांकि, चुनाव से पहले प्री-इलेक्शन वोटिंग में कुछ समस्याएं सामने आई हैं, खासकर वॉशिंगटन और ओरेगन में बैलट बॉक्स में आग लगने की घटनाओं ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। वॉशिंगटन के वैंकूवर और ओरेगन के पोर्टलैंड में कुछ पोलिंग बूथों पर बैलट बॉक्स में आग लगने की घटनाएं हुई हैं। ये बैलट बॉक्स पहले से वोटों से भरे हुए थे, लेकिन आग लगने के कारण वे नष्ट हो गए। एफबीआई इन घटनाओं की जांच कर रही है और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसके पीछे कौन है। वैंकूवर पुलिस ने बताया कि उन्हें सोमवार सुबह चार बजे बैलट बॉक्स में आग लगने की सूचना मिली थी, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर एक संदिग्ध डिवाइस को हटाया गया। वहीं, पोर्टलैंड पुलिस की असिस्टेंट चीफ अमांडा मैकमिलन ने कहा कि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है और यह स्पष्ट नहीं है कि यह घटना जानबूझकर की गई या हादसा था। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें वॉशिंगटन के पोलिंग बूथों पर बैलट बॉक्स से धुआं उठता दिखाई दे रहा है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, बैलट बॉक्स को समय पर खाली नहीं किया गया, जिस कारण वोट नष्ट हो गए। क्लार्क काउंटी के ऑडिटर ग्रेग किमसे ने इसे लोकतंत्र पर सीधा हमला करार दिया। उन्होंने बताया कि वैंकूवर के जिस बैलट बॉक्स में आग लगी, उसमें फायर सप्रेशन सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा था, जिसके कारण लाखों वोट नष्ट हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि वॉशिंगटन और ओरेगन में हुई ये घटनाएं आपस में जुड़ी हो सकती हैं, और पहले भी आठ अक्टूबर को एक संदिग्ध डिवाइस वैंकूवर के एक बैलट बॉक्स के बाहर पाई गई थी। हालांकि, उस घटना में किसी भी वोट को नुकसान नहीं पहुंचा था। अमेरिकी प्रशासन ने सभी वोटर्स से आग्रह किया है कि वे अपने बैलट स्टेटस को ऑनलाइन जांचें। अगर उन्होंने प्री-पोल में वोट किया है और उनका वोट रजिस्टर नहीं हुआ है, तो वे दोबारा वोटिंग के लिए आवेदन दे सकते हैं। खुदाई के दौरान मजदूरों के हाथ लगा मुगलकालीन खजाना, लिखा था ये नाम 500 साल बाद पहली दिवाली, जब प्रभु रामलला अपने घर में विराजमान- पीएम मोदी मोमोज खाने से 15 लोग हुए बीमार, 1 की मौत