निर्भया केस को लेकर आए दिन कुछ का नया मुद्दा आ जाता हैं लेकिन निर्भया के दोषियों को फांसी नहीं दी जाती हैं. आप सभी जानते हैं कि दरिंदों को 3 मार्च 2020 को भी फांसी नहीं दी जा सकी थी. यह तीसरी बार है जब दरिंदे कानून की खामियों का फायदा उठाते हुए बच निकले. वहीं, सोमवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में हुई सुनवाई के पश्चात् जैसे ही खबर आई कि दरिंदों को मंगलवार को फांसी नहीं होगी, देशभर में गुस्सा फूट पड़ा था. इसी पर बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर ने भी दुखी मन से ट्वीट किया और लिखा, 'निर्भया केस. तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख, 'दामिनी' बकवास है.' ऋषि कपूर के इस ट्वीट पर लोगों ने भी कमेंट्स करना प्रारम्भ कर दी हैं और अभिनेता की बात का समर्थन किया हैं. वहीं. निर्भया केस में चारों दरिंदों, विनय शर्मा, पवन गुप्ता, मुकेश सिंह और अक्षय कुमार सिंह के खिलाफ तीन बार डेथ वारंट जारी हो गया था, लेकिन इनके वकील हर बार नई याचिका दायर कर फांसी टलवा लेते हैं. वहीं, सोमवार को भी यही हुआ. पहले सुप्रीम कोर्ट में पवन गुप्ता की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज कर दी थी फिर पटिलाया हाउस कोर्ट ने भी फांसी टालने की दोषियों की याचिका खारिज कर दी. इसके तुरंत बाद पवन की तरफ से राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर कर दी गई. राष्ट्रपति ने भी दया याचिका खारिज कर दी, परन्तु वह नियम आड़े आ गया, जिसमें लिखा गया है कि राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका खारिज किए जाने के बाद दोषी को 14 दिन का समय और दिया जाना चाहिए. निर्भया केस पर ऋषि कपूर के ट्वीट पर रिएक्शन देते हुए लोगों ने हैदराबाद में महिला डॉक्टरों के दरिंदों का एनकाउंटर याद दिला दिया. तो कुछ यूजर्स ने लिखा, इस लिहाज से तो हैदराबाद में जो हुआ वो सही था. वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने लिखा कि देरी से मिला न्याय नहीं है. एक अन्य रिएक्शन में लिखा गया कि आज फिर चारों रेपिस्ट और उनके वकीलों ने बाबा साहब के संविधान के साथ सामूहिक रेप कर डाला. संजय मिश्रा की 'कामयाब' के प्रीमियर पर लगा सितारों का जमावड़ा, जमकर सराही गई फिल्म तापसी की 'थप्पड़' के बॉक्स ऑफिस पर 5 दिन पूरे, यहाँ जानें नेट कलेक्शन देसी अवतार में बहुत खूबसूरत नजर आईं कैटरीना कैफ