ऋषि पंचमी का व्रत एक ऐसा व्रत है, जिसे महिलाएं बड़ी प्रसन्नता के साथ रखती है. इस दिन सप्तऋषि का पूजन किया जाता है. भादो माह में यह विशेष अवसर आता है. ऐसे में आइए जानते हैं ऋषि पंचमी व्रत की पूजा विधि, ऋषि पंचमी व्रत के मंत्र, ऋषि पंचमी का महत्व, सप्तऋषियों के नाम आदि के बारे में... सप्तऋषि पूजन का मंत्र... 'कश्यपोत्रिर्भरद्वाजो विश्वामित्रोथ गौतमः। जमदग्निर्वसिष्ठश्च सप्तैते ऋषयः स्मृताः॥ दहन्तु पापं सर्व गृह्नन्त्वर्ध्यं नमो नमः'॥ सप्तऋषियों के नाम... ऋषि पंचमी के दिन जिन 7 ऋषियों की पूजा की जाती है. उनके नाम ऋषि कश्यप, ऋषि भारद्वाज, ऋषि विश्वामित्र, ऋषि गौतम, ऋषि जमदग्नि और ऋषि वशिष्ठ जी है. ऋषि पंचमी व्रत का महत्व... इस व्रत का महत्व आप इस तरह से समझ सकते हैं कि यदि किसी महिला ने महावारी के दौरान ऐसा कोई कार्य कर दिया है जो कि उचित नहीं है और स्त्री उसका पाप भोग रही है तो ऐसी स्त्री इस व्रत के माध्यम से पाप से मुक्ति पा सकती है. इसके अलावा महिलाओं को और भी कई तरह के लाभ मिलते हैं. कब आता है ऋषि पंचमी का त्यौहार ? ऋषि पंचमी का प्रमुख त्यौहार भादो माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन किसी देवी-देवता की पूजा न कर सप्तऋषि के पूजन का विधान है. कौन रखता है व्रत... पहले महिलाएं और पुरुष दोनों ही यह व्रत रखते थे, हालांकि बदलते समय और समय के अभाव के कारण अब महिलाएं ही इस व्रत को रखती है. जबकि कुंवारी कन्याओं के लिए भी यह व्रत बेहद महत्वपूर्ण है. ऋषि पंचमी व्रत पूजा विधि... इस दिन प्रातः काल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर सप्तऋषियों की प्रतिमा बनानी चाहिए या फिर उनकी फोटो होनी चाहिए. जल, दूध आदि से सप्तऋषि का अभिषेक करें. इसके बाद उन्हें पुष्प, फल और मिठाई आदि अर्पित करें. अब इस व्रत की कथा सुनें या सुनाए और अंत में सप्तऋषि की आरती उतारें. ऋषि पंचमी : व्रत रखने वाली महिलाएं-कन्याएं भूलकर भी न करें ये काम ऋषि पंचमी : इस दिन होती है सप्तऋषि की पूजा, जानिए इन ऋषियों का नाम ? ऋषि पंचमी : 21 प्रकार के होते हैं ऋषि, जीते हैं ऐसा जीवन, जानिए नाम ? ऋषि पंचमी : धन और विद्या से संबंधित समस्याएं होंगी दूर, जरूर करें ये उपाय ऋषि पंचमी : इस तरह करें ऋषियों का पूजन, मिलेगा शुभ समाचार ऋषि पंचमी : ऋषि पंचमी के दिन किसकी पूजा की जाती है, जानिए पूजन की विधि