इंडिया की पहलवान से ‘मार्शल आर्ट फाइटर' बनीं रितु फोगाट को लगता है कि ‘मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स' (एमएमए) में मानसिक मजबूती भी शारीरिक फिटनेस जितनी ही महत्वपूर्ण होती है। यह इंडियन 29 सितंबर को सिंगापुर में ‘वन 161' से सर्कल में वापसी करने जा रही है इसमें वह घरेलू प्रबल दावेदार और पूर्व ‘वन' महिला स्ट्रावेट विश्व खिताब चैलेंजर टिफनी टियो से भिड़ती हुई दिखाई देने वाली है। फोगाट का जीत का रिकॉर्ड 7-2 का है जो शानदार है। इस बारें में उन्होंने बोला है कि, ‘जीतने के लिए मैं अपनी योजना पर डटे रहने की कोशिश करती हूं जो बहुत अहम् है।' खबरों का कहना है कि इस बारें में अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने बोला है कि ‘लेकिन मैचों के दौरान शारीरिक रूप से मजबूत होने के बजाय मानसिक रूप से मजबूत होना ज्यादा महत्वपूर्ण है।' यह 28 वर्षीय खिलाड़ी पिछली बार बीते साल दिसंबर में ‘वन वुमैन्स एटमवेट' विश्व ग्रां प्री के फाइनल में खेली थीं जिसमें वह हार गयी थीं। उन्होंने कहा, ‘‘पिछली हार से मैं मानसिक रूप से ज्यादा प्रभावित नहीं हुई थी। जीतना और हारना खेल का हिस्सा है।' टेनिस से संन्यास लेने जा रहे है लीजेंड Roger Federer विश्व चैंपियनशिप में इस खिलाड़ी से हारी विनेश फोगाट सिंकीफील्ड कप शतरंज में इस खिलाड़ी ने हासिल की जीत