नईदिल्ली। विश्वभर में हंगामा मचाने वाले पैराडाइज पेपर्स ने हंगामा मचा दिया। माना जा रहा है कि, इस पेपर्स में कई भारतीयों के नाम सामने आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री जयंत सिन्हा और भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा को लेकर खुलासा हुआ था। मिली जानकारी के अनुसार, सांसद आरके सिन्हा ने इस मामले में कुछ भी नहीं कहा।हालांकि पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने इस मामले में अपनी सफाई पेश की। आरके सिन्हा ने पैराडाइज पेपर्स के मामले में अपनी ओर से सफाई देते हुए कहा कि, उन पर जो आरोप लगे हैं वे गलत हैं वे उनमें किसी तरह के तथ्य शामिल नहीं हैं। उन्होंने इस मामले में एक समाचार पत्र द्वारा आरोप लगाए जाने पर उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू को पत्र लिखा। पत्र में अपील की गई है कि समाचार पत्र के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी एसआईएस ने कोई असंगत कार्य नहीं किया है। उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। सिन्हा को लेकर खुलासा किया गया था कि उनकी कंपनी के पास 3999999 शेयर्स मौजूद हैं, मगर इस कंपनी का केवल एक ही शेयर रविंद्र सिन्हा के पास है। आरके सिन्हा के साथ उनकी पत्नी रीता किशोर और पुत्र रितुकिशोर सिन्हा को डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त किया गया है। उनकी कंपनी सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज ने किसी, तरह का असंगत कार्य नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा कि, टैक्स चोरी, मनी लाॅन्ड्रिंग व विदेशों में धन जमा करवाने का उन्होंने कोई कार्य नहीं किया है। सिन्हा ने कहा कि, वे 7 दिनों के मौन व्रत पर हैं ऐसे में वे पूजन में व्यस्त रहेंगे। उन्हें कुछ भी बोलने की मनाही होगी। पैराडाइज पेपर्स लीक मामले में कुछ नहीं बोले भाजपा सांसद पनामा पेपर्स के बाद पेराडाईस पेपर्स में आया,अमिताभ बच्चन का नाम आॅस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री को देना होगा नागरिकता का सबूत