नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज मंगलवार (22 अगस्त) को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह के दौरान भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम यानी भारत NCAP को लॉन्च किया। इस कार्यक्रम में सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल विजय कुमार सिंह के साथ-साथ सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन भी उपस्थित थे। 'भारत NCAP' का लक्ष्य देश में उपलब्ध मोटर वाहनों की दुर्घटना सुरक्षा की तुलना करने के लिए उपभोक्ताओं को सशक्त बनाकर भारत में मोटर वाहनों के सुरक्षा मानकों को 3.5 टन तक बढ़ाना है। यह कार्यक्रम 1 अक्टूबर, 2023 से पूरी तरह से चालू हो जाएगा। बता दें कि, अभी तक, भारत में कारों को भारतीय मानकीकृत क्रैश टेस्ट रेटिंग तंत्र की अनुपस्थिति में ग्लोबल NCAP रेटिंग प्रणाली का पालन करना पड़ता था। भारत NCAP के परीक्षण प्रोटोकॉल को मौजूदा भारतीय नियमों को ध्यान में रखते हुए वैश्विक प्रोटोकॉल के साथ जोड़ा जाएगा। वाहन निर्माता अपनी कारों का परीक्षण भारत की घरेलू परीक्षण सुविधाओं में करा सकेंगे। निर्माताओं या आयातक को वाहन को चयनित परीक्षण एजेंसी को भेजना होगा, जो वाहन का मूल्यांकन करेगी और मूल्यांकन रिपोर्ट नामित एजेंट को सौंपेगी। परीक्षणों में कारों के प्रदर्शन के आधार पर, उन्हें वयस्क यात्रियों (AOP) और बाल यात्रियों (COP) की सुरक्षा के लिए ऑटोमोटिव इंडस्ट्री स्टैंडर्ड (AIS) 197 द्वारा स्टार रेटिंग से सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद उपभोक्ता सुरक्षा के आधार पर खरीदारी का निर्णय लेने के लिए इन रेटिंगों की तुलना करने में सक्षम होंगे। चूंकि सुरक्षित कारों की मांग बढ़ने की उम्मीद है, इसलिए निर्माता यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि उनकी कारों की सुरक्षा अच्छी हो। यह न केवल घरेलू बाजार में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने में मदद करेगा, बल्कि भारतीय कारों को वैश्विक बाजार में बेहतर प्रतिस्पर्धा करने और निर्यात क्षमता बढ़ाने में भी मदद करेगा। भारत NCAP के लॉन्च के दौरान गडकरी ने कहा कि लोग गुणवत्ता के प्रति जागरूक हैं। वर्तमान में, सुरक्षा के संबंध में लोगों में उल्लेखनीय स्तर की सावधानी है, साथ ही प्रदूषण के बारे में भी गहरी चिंता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि यदि कोई नया विकल्प सामने आता है, तो उसके अनुरूप विकल्प उपलब्ध होंगे, और लोग इसके लिए तैयार रहेंगे तथा ऐसे विकल्पों को अपनाएंगे। गडकरी ने कहा कि बाजार का ध्यान लागत के बजाय गुणवत्ता पर है। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि वह लागत के महत्व को पहचानते हैं, लेकिन साथ ही, लोग गुणवत्ता, मॉडल और डिजाइन के बारे में सतर्क रहते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जो कंपनियां उन्नत तकनीक का उपयोग करके सराहनीय डिजाइन और मॉडल तैयार करती हैं, उनकी बाजार हिस्सेदारी में वृद्धि देखी जा सकती है। चंद्रयान-3 और ISRO का मज़ाक उड़ाने के आरोप में प्रकाश राज पर FIR दर्ज, क्या कार्रवाई करेगी कर्नाटक पुलिस ? आधार की जानकारी शेयर करते समय रहें सावधान, UIDAI ने जारी किया अलर्ट सुप्रीम कोर्ट ने रोका केरल HC का फैसला, हत्या की कोशिश मामले में सांसद मोहम्मद फैज़ल को किया था बरी!