वाशिंगटन: अमेरिका में रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर को नए स्वास्थ्य मंत्री के रूप में चुना गया है, और यह माना जा रहा है कि उनके पद संभालते ही फास्ट फूड और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों पर सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। रॉबर्ट कैनेडी, जो कि एंटी-वैक्सीन एक्टिविस्ट के रूप में भी जाने जाते हैं, स्वस्थ और पौष्टिक भोजन का समर्थन करते हैं और कई मौकों पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फास्ट फूड आदतों की आलोचना कर चुके हैं। उन्होंने फॉक्स न्यूज के एक इंटरव्यू में कहा था कि वह स्वास्थ्य मंत्री बनते ही स्कूली बच्चों के लंचबॉक्स से प्रोसेस्ड फूड को पूरी तरह से हटाना चाहेंगे। कैनेडी ने ट्रंप की खाने की आदतों को लेकर कई टिप्पणियाँ की हैं। उन्होंने बर्गर, पिज्जा, और अन्य फास्ट फूड को 'जहर' की तरह बताया है। उनका कहना है कि कैंपेन के दौरान परोसा जाने वाला फूड भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। कैनेडी का यह भी कहना है कि ट्रंप हमेशा डाइट कोक पीते हैं और उन्हें पानी पीते कभी नहीं देखा गया। यहां तक कि ट्रंप ने अपने प्रचार के दौरान पेंसिल्वेनिया में मैकडॉनल्ड्स के किचन में भी काम किया था। रॉबर्ट कैनेडी की प्राथमिकता स्वास्थ्य मंत्रालय में प्रोसेस्ड फूड को कम करना और जनता के स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को लेकर है। कैनेडी ने फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) को भी कठोर शब्दों में निशाने पर लिया है और इस पर सुधार के कदम उठाने का संकेत दिया है। उनका कहना है कि अनहेल्दी फूड्स को स्कूली लंच से हटाने के साथ-साथ स्टोर्स पर मिलने वाले ऐसे खाद्य पदार्थों पर भी कार्रवाई की जाएगी। एंटी-वैक्सीन विचारधारा के समर्थक होने के कारण रॉबर्ट कैनेडी की नियुक्ति पर कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं। उनका मानना है कि कैनेडी के विचार सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं। कैनेडी का मानना है कि बच्चों में ऑटिज्म जैसी बीमारियों का कारण वैक्सीन होती हैं, और वे कहते हैं कि एचआईवी से एड्स नहीं होता। 2019 में हुए एक अध्ययन में यह सामने आया कि कैनेडी के संगठन ने फेसबुक पर एंटी-वैक्सीन विज्ञापनों पर काफी धन खर्च किया था। कैनेडी अमेरिका के प्रमुख राजनीतिक परिवार से आते हैं। वे दिवंगत अटॉर्नी जनरल रॉबर्ट एफ. कैनेडी के बेटे और राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी के भतीजे हैं। उन्होंने 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शुरुआत की थी लेकिन बाद में ट्रंप का समर्थन कर दिया। कांग्रेस ने साइलेंट पीरियड में जारी किया घोषणापत्र, चुनाव आयोग पहुंची शिकायत रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ाईं महिला दरोगा पूनम कुमारी, फिर करने लगी ये काम..! भ्रष्ट्राचार से तंग आए कर्नाटक के शराब कारोबारी, विरोध में बंद रखेंगे 10000 दुकानें