ढाका : हालाँकि अभी मानसून को आने में दो माह से ज्यादा का समय है , लेकिन बांग्लादेश में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना बांग्ला देश की जिम्मेदारी है. बाढ़ के दौरान इनके भारत में घुसने की आशंका जताई गई है . ख़ुफ़िया सूचना मिलने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सतर्क कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि ढाका में शरणार्थी शिविरों में बाढ़ आने पर रोहिंग्या मुस्लिमों के भारत में घुसपैठ करने की भी आशंका इसलिए है , क्योंकि ख़ुफ़िया सूचनाएं इस ओर इशारा कर रही है .इसलिए बीएसएफ को सतर्क किया गया है , क्योंकि उसके जिम्मे भारत और बांग्लादेश के बीच 4,096 किलोमीटर सीमा की सुरक्षा का दायित्व है . आपको जानकारी दे दें कि भारत सरकार ने खुलासा कर दिया है कि अवैध शरणार्थियों को भारत में घुसने नहीं दिया जाएगा. खबर यह भी है कि रोहिंग्याओं को पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई नकली भारतीय मुद्रा पहुंचाने के लिए उपयोग करना चाहती है .इसके अलावा रोहिंग्या अवैध रूप से भारतीय पहचान हासिल करनेकी भी कोशिश में है .बीएसएफ के एक अधिकारी ने गुप्त रूप से बताया कि खुफिया जानकारी के अनुसार बारिश शुरू होने पर रोहिंग्या भारत में घुसपैठ की कोशिश करेंगे.इसलिए बीएसएफ को अतिरिक्त सतर्कता रखने को कहा गया है. यह भी देखें कोलकाता से ढाका के बीच कंटेनर सेवा आज से शुरू भारत के बाद अब बांगलादेश भी आरक्षण की आग में झुलसा