1- क्यों मदहोश करती है मुझे मौजूदगी तेरी , कहीं मुझे तुमसे प्यार तो नहीं हो गया । 2- लम्हे फुर्सत के आएं तो, रंजिशें भुला देना दोस्तों, किसी को नहीं खबर कि सांसों की मोहलत कहाँ तक है। 3- मैं ‘गलती’ करूँ तब भी मुझे ‘सीने’ से लगा ले, कोई’ ऐसा चाहिये, जो मेरा हर ‘नखरा’ उठा ले। 4- याद रखना ही मोहब्बत में नहीं है सब कुछ, भूल जाना भी बड़ी बात हुआ करती है। 5- रहते हैं आस-पास ही लेकिन साथ नहीं होते… कुछ लोग जलते हैं मुझसे बस खाक नहीं होते। 6- देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना,….. नफरत बता रही है तूने मोहब्बत गज़ब की थी। 7- पढ़ रहा हूँ मै इश्क़ की किताब ऐ दोस्तों…… ग़र बन गया वकील तो बेवफाओं की खैर नही। 8- याद आयेगी हमारी तो बीते कल की किताब पलट लेना, यूँ ही किसी पन्ने पर मुस्कराते हुए हम मिल जायेंगे। 9- तुम्हारी याद की खुशबू मेरे दामन से लिपटी हैं, बड़ा अच्छा सा लगता है तुम्हें ही सोचते रहना। 10- खेलने दो उन्हे जब तक जी न भर जाए उनका, मोहब्बत चार दिन कि थी तो शौक कितने दिन का होगा।