फाजिल्का: पिछले दिनों पंजाब सरकार ने शिक्षा के स्तर को उठाने के लिए एक नई पहल की थी. जिसमे एक सर्वे का संचालन किया जा रहा हैं, और इस सर्वे में सरकार और गठित टीम की कोशिशे हैं कि वे गरीब और शिक्षा से अछूते बच्चों को विद्या के मंदिर तक पहुंचाए. हालांकि पंजाब सरकार अपने करीब 800 विद्यालयों पर ताला लगाने की कोशिश में भी हैं. अब खबर आई हैं कि पंजाब सरकार द्वारा सरकारी शिक्षा तंत्र और सरकारी स्कूलों को बंद करने को लेकर, स्कूलों में कार्य कर रहे कैडर के अध्यापकों के लम्बे समय से लटक रहे मामलों की ओर ध्यान दिए जाने के कारण, सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब की ओर से गवर्नमेंट टीचर यूनियन पंजाब के सहयोग से आज एसएएस नगर मोहाली में शिक्षा विभाग के मुख्य कार्यालय में राज्य स्तरीय रोष रैली का आयोजन होना हैं. रैली सम्बंधित उक्त जानकारी सरकारी शिक्षक यूनियन के अध्यक्ष भगवंत भठेजा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष परमजीत सिंह, निशांत अग्रवाल, रजनीश कुमार और राजीव चगती ने दी. उन्होंने आगे बताया कि संगठन विगत लम्बे समय से सरकार का ध्यान अध्यापको की मांगो की तरफ दिलाने का प्रयास कर रहा हैं. प्राप्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ सरकार द्वारा 800 प्राइमरी विद्यालयों में ताला जड़ने के कारण करीब 1500 शिक्षको की नौकरी चली जाएगी, साथ ही मिड डे मील कर्मचारियों की नौकरी भी समाप्त हो जाएगी. इस अवसर पर गवर्नमेंट टीचर यूनियन के प्रेस सचिव राज कुमार खत्री, कृष्ण कुमार, महिंदर जाजोरिया, वरिन्द्र सिंह मित्तल, सुधीर कालडा, कुलबीर सिंह खहरा, हरभजन सिंह, नीरज कुमार, ओम प्रकाश, विनोद मोंगा, मिंटू वर्मा, सौरव धूडिय़ा, साहिल बांसल, संदीप कुमार, गुरदीप सिंह, ओम प्रकाश बन्ना वाली के अतिरिक्त अध्यापक मौजूद रहें. ये भी पढ़ें- जानिए, क्या कहता है 28 नवम्बर का इतिहास घोषित हुआ पार्ट थर्ड आर्ट परीक्षा परिणाम प्रतियोगी परीक्षा में आ सकते है ये प्रश्नोत्तर जॉब और करियर से जुडी हर ख़बर न्यूज़ ट्रैक पर सिर्फ एक क्लिक में, पढिये कैसे करे जॉब पाने के लिए तैयारी और बहुत कुछ.