मानव तस्करी देश में एक बड़ी परेशानी है। पैसों से तंग भोले-भाले बच्चों को नौकरी दिलाने का लालच देकर मानव तस्कर उन्हें चंद रुपये के लालच में बड़े शहरों में बेच रहे है। ऐसा ही संगीन केस झारखंड से सुनने के लिए मिला है। गिरिडीह जिले के गाँवों से मानव तस्कर द्वारा किशोरियों को बहला फुसलाकर बड़े शहरों में ले जाने का सिलसिला तेजी से बढ़ा जा रहा है। ऐसे ही एक मामले में जसीडीह रेलवे स्टेशन पर RPF ने 14 जुलाई को दो किशोरियों को तस्कर के चंगुल से छुड़ाया जा चुका है। इस बात की सूचना रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने देश के अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, KOO ऐप के अपने आधिकारिक हैंडल के माध्यम से दी है, जिसमें बोला गया है कि, ''बचपन बचाओ आंदोलन की एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए #RPF जसीडीह ने 02 तस्करों की गिरफ्तारी के साथ 02 नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया। रेल के माध्यम से मानव तस्करी से लड़ने के लिए सभी हितधारक एक साथ आए हैं।'' Koo App #NoOneIsForSale Acting on a tipoff from Bachpan Bachao Andolan #RPF Jasidih rescued 02 minor girls with arrest of 02 traffickers. All stakeholders have come together to fight #humantrafficking through rail. #OperationAAHT #stopchildabuse @RailMinIndia @ashwinivaishnaw View attached media content - Railway Protection Force (@RPF_INDIA) 15 July 2022 तस्करों के चंगुल से मुक्त कराई गई दोनो किशोरियां गिरिडीह जिले के तिसरी थाना इलाके की बताई जा रही है। खबरों का कहना है कि, तो तस्करों के चंगुल से मुक्त कराई गईं दोनों किशोरियाँ संस्था के लोगों के संपर्क में बनी हुई है। दोनों ने रेलवे टिकट का PNR नंबर मैसेज कर भेजा, जिसके माध्यम से पता चला कि बाबा बैद्यनाथ धाम एक्सप्रेस ट्रेन क्रमांक 22466 से दोनों पटना से जसीडीह आने वाली थी। इसी सूचना पर RPF की सहायता से जसीडीह रेलवे स्टेशन से दोनों का रेस्क्यू किया जा चुका है । साथ ही मानव तस्कर को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। पिछले तीन महीने से दोनों किशोरियों का रेस्क्यू करने के लिए कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के कार्यकर्ता लगे हुए रहे। उन्हें आज RPF के सहयोग से कामयाबी हासिल कर ली है। तस्कर के चंगुल से मुक्त कराई गई दोनों किशोरियों के परिजनों को सूचना दे दी गई। आगे की प्रक्रिया के उपरांत किशोरियों को परिजनों को सौंपा जा चुका है। एक ऐसा ही अन्य मामला पश्चिम बंगाल में भी देखने के लिए मिला है। इस केस के चलते रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स, साउथ सेंट्रल रेलवे ने दो किशोरों को तस्करों के चँगुल से सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। उन्हें गोल्ड पॉलिश शॉप पर काम करने के लिए मजबूर भी कर चुके थे। RPF ने इसकी जानकारी अपने आधिकारिक कू हैंडल के माध्यम से दी है। इस पोस्ट में कहा गया है: ''हैदराबाद और @BBAIndia ने पश्चिम बंगाल के 2 नाबालिग लड़कों को बचाया, क्योंकि उन्हें गोल्ड पॉलिश शॉप @Hyderabad में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है। 2 तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। हम रेल के माध्यम से #मानव तस्करी से लड़ रहे हैं। जिला कलेक्टर द्वारा प्रत्येक को 20,000/- रुपए का मुआवजा दिया गया और देखभाल और सुरक्षा के लिए उनके माता-पिता को सौंप दिया गया। '' Koo App #NoOneIsForSale #RPF #Hyderabad & @BBAIndia rescued 2 minor boys of West Bengal as they are forced to work in Gold Polish Shop @Hyderabad. 2 traffickers were arrested. We fight #humantrafficking through rail. They were compensated Rs.20,000/- each by District Collector & Handed over to their parents for Care and Protection. #OperationAAHT #stopchildlabour #stopchildtrafficking @pcsc_scr @RPF_INDIA @RailMinIndia @railmadad @scrailwayindia View attached media content - Railway Protection Force, South Central Railway (@rpfscr) 15 July 2022 'तू मंदिर छोड़ दे।,नहीं तो तेरा सिर काट दिया जाएगा', मंदिर के पुजारी को धमकीभरा पत्र गुरुग्राम में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 18 लोग गिरफ्तार छोटे बच्चों को पकड़कर घिनौनी हरकत करता था शख्स, खुलासा होते ही हर कोई रह गया सन्न