नई दिल्ली : केंद्र सरकार और बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद के बीच 10 हजार करोड़ रुपये का समझौता शुक्रवार को वर्ल्ड फूड इंडिया 2017 के दौरान हुआ. इस मौके पर केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल और पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण उपस्थित थे. बता दें कि इस फ़ूड फेस्टिवल में भारतीय कम्पनी के रूप में सिर्फ पतंजलि को न्योता दिया गया था.वैसे इस फेस्ट में 40 देशों की कंपनियों को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था. स्मरण रहे कि इसी वर्ष मई में बाबा रामदेव और बालकृष्ण ने बताया था कि कंपनी का वित्त वर्ष 2016-17 में टर्नओवर 10,561 करोड़ रुपये का था. ख़ास बात यह है कि भारत सरकार ने पतंजलि के साथ उसके वार्षिक टर्नओवर जितना एमओयू साइन किया है. उल्लेखनीय है कि जब से केंद्र में पीएम मोदी की सरकार बनी है, तब से देश की कई राज्यों की सरकारें बाबा रामदेव पर मेहरबान हैं और वह पतंजलि के साथ फूड पार्क के लिए जमीन उपलब्ध कराने जैसे समझौते कर चुकी हैं. इसी साल हरियाणा की बीजेपी सरकार ने औषधीय खेती के लिए पतंजलि के साथ 53 एकड़ जमीन की डील को अंतिम रूप दिया था. बता दें कि पतंजलि का वित्त वर्ष2017-18 में 100 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान है. यह भी देखें रामदेव बाबा को मिला हाई कोर्ट का नोटिस पतंजलि विवाद में सरकार पर आरोप