नई दिल्ली: अरुण जेटली ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि एचएसबीसी और एक अंतरराष्‍ट्रीय संस्‍था से मिली इन्फॉर्मेशन के बेस पर ब्लैकमनी का पता लगा है. राज्य सभा में अपने लिखित जवाब में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारतीयों द्वारा विदेशों में जमा काले धन की मात्रा का आधिकारिक आकलन नहीं है, लेकिन सरकार काला धन वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही है. सरकार ने जांच के बाद पाया है कि करीब 16 हजार दो सौ करोड़ रुपये कालाधन देश के बाहर छिपाया गया है. इसकी जानकारी मंगलवार को संसद में दी गई. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्य सभा में बताया, विदेशी बैंक अकाउंट में जमा की गई रकम के आधार पर क्रमबद्ध जांच के जरिए पिछले दो वर्षों में 8 हजार दो सौ करोड़ की अघोषित आय को टैक्स के दायरे में लाया गया. जेटली ने कहा, इसके अलावा भारतीयों के अज्ञात विदेशी खातों में 8 हजार करोड़ के क्रेडिट और इंटरनेशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नालिस्ट द्वारा जारी किए गए नामों की भी पहचान की गई है. हालांकि सरकार विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही है. देश में इनकम टैक्स कानून में संशोधन और ब्लैक मनी एक्ट काले धन के खिलाफ ही लागू किया गया है. और पढ़े- नोटबंदी: अब तक 156 बैंक अधिकारी सस्पेंड, 41 का ट्रांसफर बजट 2017 पेश होने के बाद भी ऑटो इंडस्ट्री ने लगा रखी उम्मीद नोटबन्दी के दौरान हेराफेरी करने वाले 156 बैंक अधिकारी हुए निलंबित