मुम्बई : 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों पर प्रतिबंध लगाने के बाद भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के आर्थिक अनुसंधान विभाग की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि करीब ढाई लाख करोड़ रुपये बैंकिंग प्रणाली में वापस नहीं लौटेंगे. उल्लेखनीय है कि सरकार ने गत 8 नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया था. सरकार के इस प्रयास से अर्थव्यवस्था से करीब 14 लाख करोड़ रुपये की मुद्रा बाहर निकल गई. बता दें कि एसबीआई के विश्लेषण के अनुसार 14.18 लाख करोड़ रुपये की मुद्रा का अनुमान बैंकों के पास मौजूद नकदी को छोड़कर) मार्च, 2016 के आंकड़ों पर लगाया गया है.जबकि यह नोटबंदी के एक दिन बाद 9 नवंबर के आंकड़ों पर आधारित होना चाहिए था. इस बारे में गणना करते हुए एसबीआई ने कहा कि 9 नवंबर के आंकड़ों के अनुसार बड़े मूल्य वर्ग की मुद्रा अर्थात 500 और 1000 के बंद किए गए नोट 15.44 लाख करोड़ रुपये होने चाहिए. बता दें कि इसमें बैंकों के पास मौजूद नकदी शामिल नहीं की गई है. यह मार्च के आंकड़ों से 1.26 लाख करोड़ रुपये अधिक है. रिपोर्ट के अनुसार 10 से 27 नवंबर तक बैंकों में 8.44 लाख करोड़ रुपये जमा किए गए और बदले गए.इस हिसाब से अनुमानों के आधार पर बैंकिंग प्रणाली में 13 लाख करोड़ रुपये आने की संभावना है.जबकि बंद किए गए नोट 15.44 लाख करोड़ रुपये हैं.इस प्रकार 2 .44 लाख करोड़ रुपए यानी करीब ढाई लाख करोड़ के नोट वापस बैंकिंग प्रणाली में नही लौटेंगे. नोटबन्दी से परेशान बैंक कर्मी ने उठाया यह ख़ौफ़नाक कदम 1 से 10 करोड़ की जमा राशि पर एसबीआई ने...