नई दिल्लीः केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति का संघ ने समर्थन करते हुए राज्य के लोगों के अधिकार को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि राज्य के लोगों के मन में नौकरियां और जमीन जाने का जो डर पैदा हो गया है उसे दूर किया जाना चाहिए। भागवत ने राय व्यक्त की कि इस अनुच्छेद को हटाए जाने से कश्मीरियों के बाकी देश के साथ एकीकरण में मदद मिलेगी। सूत्रों के अनुसार विदेश मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करते हुए भागवत ने कहा कि कश्मीरी पहले अलग-थलग थे, लेकिन अब अनुच्छेद 370 को लेकर जो बड़ा फैसला किया गया है उसके बाद वे अवरोध हट गए हैं जो उनके और बाकी देश के बीच बने हुए थे। संघ ने कहा कि भागवत और विदेश मीडिया के प्रतिनिधियों की बातचीत उस सतत प्रक्रिया का हिस्सा है, जिसके तहत संघ प्रमुख समाज के विभिन्न हिस्सों के लोगों के साथ रचनात्मक बातचीत करते हैं। बताया जा रहा है कि विदेशी मीडिया के साथ बातचीत के क्रम में उनसे कश्मीरियों की इस आशंका के बारे में पूछा गया कि धारा 370 की समाप्ति के बाद बाहरी लोगों के राज्य में जमीन खरीदने का रास्ता खुल गया है जिससे उन्हें अपनी जमीन गंवानी पड़ सकती है। इस पर संघ प्रमुख ने कहा, अगर कश्मीरियों के मन में रोजगार के अवसरों और अपनी जमीन गंवाने का कोई डर है तो उसे दूर किया जाना चाहिए। बता दें कि कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति भगवा खेमे के महत्वपूर्ण एजेंडों में से एक था। अगले माह नड्डा जाएंगे बंगाल, इस मुद्दे पर सेमिनार को करेंगे संबोधित मुश्किल में पवार परिवार, शरद पवार और अजीत पवार के खिलाफ इस मामले में केस दर्ज इस दिग्गज सांसद को महिला ने बताया अपना पति, पहुंची सुप्रीम कोर्ट