नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संघचालक मोहन भागवत ने हाल ही में एक बड़ा बयान देते हुए इस संगठन की विचारधारा को लेकर की जा रही तरह-तरह की बातों और आशंकाओं पर विराम लगाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा है कि आगामी चुनावों के बाद देश की सत्ता किसके हाथों में जायेगी इससे RSS को कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस नेताओं की राहुल गांधी को सलाह, आरएसएस से दूर रहना ही बेहतर मोहन भागवत ने यह बयान हाल ही में आरएसएस द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कही है। इस कार्यक्रम में श्रोताओं को सम्बोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि अगर संघ के प्रभाव के कारण देश की राजनीति में कोई अनैचित बदलाव होता है तो यह संघ की ही पराजय होगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कि देश में हिन्दू समाज की सामूहिक शक्ति की वजह से बदलाव आना चाहिए। धर्म पर सियासत: भाजपा के राम के बाद अब अखिलेश ने अपनाए कृष्ण आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने संघ और धर्म के बारे में देश और दुनिया में जागरुकता फ़ैलाने की मंशा से देश की राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम आयोजित करवाया है। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम को ‘भविष्य का भारत : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण’ नाम दिया गया है। सोमवार को इस कार्यक्रम में नवाजुद्दीन सिद्दीकी, फिल्मकार मधुर भंडारकर जैसी कई फिल्मी हस्तिया भी शामिल हुई थी। ख़बरें और भी अपने भव्य कार्यक्रम के लिए 60 देशों को निमंत्रण देगी RSS, लेकिन पाकिस्तान शामिल नहीं वर्षों से प्रताड़ित हो रहे हैं हिंदू, अब एकजुट होना होगा : मोहन भगवत शिकागो में आयोजित होगी विश्व हिंदू कांग्रेस, RSS चीफ मोहन भागवत समेत 80 देशों के 2500 से ज्यादा नेता होंगे शामिल