आरएसएस के विचारक और वरिष्ठ पत्रकार माधव गोविंद वैद्य का नागपुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार कल सुबह नागपुर के अंबाझरी श्मशान घाट में किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कई मंत्रियों ने एमजी वैद्य के निधन पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जाने-माने लेखक और पत्रकार एमजी वैद्य के निधन पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की, एमजी वैद्य ने दशकों तक आरएसएस में बड़े पैमाने पर योगदान दिया और भाजपा को मजबूत करने का भी काम किया। श्री मोदी ने उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व् यावस् ती व्यक्त की। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महान विचारक, विचारक और तरुण भारत के पूर्व संपादक एम जी वैद्य के निधन पर शोक व्यक्त किया है। एक शोक संदेश में राज्यपाल ने कहा कि वैद्य के निधन के बारे में जानकर उन्हें गहरा दुख हुआ। उन्होंने अपनी व्यावहारिक रचनाओं के माध्यम से कहा, वैद्य ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हित के कई मुद्दों पर समाज को जागृत और प्रबुद्ध किया। राज्यपाल ने आगे कहा कि तरुण भारत के संपादक के रूप में काम कर चुके वैद्य ने पत्रकारों की कई पीढ़ियों को सलाह देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि उनके निधन से विदर्भ ने एक विद्वान और विचारक को खो दिया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी एम जी वैद्य के निधन पर दुख जताया। वैद्य को ज्ञान का सागर और ऋषि जैसा व्यक्तित्व बताते हुए फडणवीस ने कहा कि संस्कृत भाषा का उनका गहरा ज्ञान, किसी भी जटिल विषय को आसानी से समझाने की उनकी क्षमता, मराठी भाषा और व्याकरण में उनकी महारत असाधारण थी। उन्होंने कहा कि एक प्रतिबद्ध स्वयंसेवक एम जी वैद्य ने आरएसएस के विचारों और विचारधारा को लोगों के बीच फैलाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया। महाराष्ट्र भाजपा की प्रदेश इकाई प्रमुख चंद्रकांत पाटील ने भी एम जी वैद्य के निधन पर दुख जताया। 22 दिसंबर से होगा इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2020 का आयोजन स्कूलों को फिर से खोलने से पहले तमिलनाडु में उठाए जाएंगे ये 5 महत्वपूर्ण कदम जापानी दूतावास ने साझा की बुलेट ट्रेन परियोजना की पहली तस्वीर