नई दिल्ली। चुनाव के आते ही राम मंदिर मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर पर नियमित सुनवाई को जनवरी तक टाल दिया है। सुनवाई टलने के बाद आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद जैसे सरकार के समर्थक संगठन राम मंदिर निर्माण को लेकर उस पर दवाब बना रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बीजेपी सरकार से कहा था कि वह इस मामले में अध्यादेश लाए। अब आरएसएस के एक और वरिष्ठ नेता ने भी राम मंदिर को लेकर बीजेपी से अध्यादेश लाने की मांग की। अयोध्या विवाद : बीजेपी संसद बोले - गद्दारी कर रहे है देश के मुस्लिम न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, आरएसएस के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी ने कहा कि राम सबके हृदय में रहते हैं लेकिन वो मंदिरों में प्रकट होते हैं। हम चाहते हैं कि राम मंदिर बने। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण में कुछ बाधाएं हैं और हमें ऐसी उम्मीद है कि न्यायालय हिंदू भावनाओं को समझते हुए अपना फैसला सुनाएगा। भैयाजी ने कोर्ट में राम मंदिर की नियमित सुनवाई टलने को लेकर कहा कि कोर्ट के लिए राम मंदिर मुद्दा अग्रिम क्रम में नहीं आता है। अगर इस पर जल्दी ही निर्णय नहीं आता, तो राम मंदिर पर अध्यादेश लाना ही होगा। उन्होंने कहा कि आज नहीं तो कल सरकार को इस मसले पर फैसला लेना ही होगा। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू ने कहा, अयोध्या में बनना चाहिए राम मंदिर बता दें कि भैयाजी ने यह बात आरएसएस के कार्यकारिणी मंडल की बैठक की समीक्षा के बाद राम मंदिर को लेकर एक सवाल के जवाब में कही। समीक्षा की जानकारी देते हुए भैयादी ने बताया कि इस समय देश भर के 35000 से ज्यादा गांवों में आरएसएस के स्वयं सेवक काम कर रहे हैं, वहीं 55 हजार से ज्यादा शाखाएं देशभर में चलाई जा रही हैं। खबरें और भी राम मंदिर पर संसद में बिल ला सकती है बीजेपी! 'राम मंदिर' राष्ट्रिय गौरव का प्रश्न, जल्द लाया जाए अध्यादेश- आरएसएस अयोध्‍या मंदिर-मस्जिद मामला : कपिल सिब्बल बोले - मंदिर पर कानून बनाये केंद्र, कांग्रेस ने कब रोका है