लखनऊ । उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न दल एक दूसरे के विरूद्ध प्रचार प्रसार में लग गए हैं, दलों द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए तरह तरह के तरीके अपनाए जा रहे है। ऐसे में बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती भी कहां पीछे रहने वाली हैं। उन्होंने एक बार फिर अपने तिलक, तराजू और तलवार से मिलते जुलते काॅन्सेप्ट के ही साथ आरक्षित वर्ग को लुभाने की तैयारी कर ली है। दरअसल मायावती ने आरएसएस द्वारा आरक्षण के विरूद्ध की गई बात को गलत बताते हुए इसकी आलोचना की है। उनका कहना था कि आरएसएस को जातिवादी बातों को छोड़ना होगौ। उनका कहना था कि आरएसएस जिस तरह का मत रखता है वह जिस तरह से कार्य करता हैै। वह ठीक नहीं है इतना ही नहीं केेंद्र सरकार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आरएसएस के कहे अनुसार चलाया जा रहा है। आखिर संविधान में ही आरक्षण का प्रावधान है फिर इसे हटाया नहीं जा सकता है। उन्होंने आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य और प्रमुख मोहन भागवत की आलोचना की और कहा कि आरएसएस का इस मामले में विरोध हो रहा है।