श्रीनगर: एक आरटीआई प्रतिक्रिया से पता चला है कि जनवरी 2016 से जुलाई 2018 के बीच जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी सेनाओं द्वारा सीमा पार गोलीबारी और युद्धविराम के उल्लंघन के 2,855 घटनाओं में 56 सुरक्षाकर्मियों सहित कम से कम 109 लोग मारे गए थे. जम्मू स्थित आरटीआई कार्यकर्ता रमन शर्मा को केंद्रीय गृह मंत्रालय के कश्मीर डेस्क द्वारा प्रदान की गई जानकारी में बताया है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) और नियंत्रण रेखा के साथ 2016 और 2017 की तुलना में इस साल पाकिस्तानी सेनाओं द्वारा युद्धविराम के उल्लंघन में भारी वृद्धि देखी गई है. भाजपा विधायक आयोजित रैली में फहराया उल्टा तिरंगा, मामला हुआ दर्ज रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल जुलाई तक पाकिस्तान द्वारा 1,435 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है, जबकि यही आंकड़ा 2016 में 449 और 2017 में 971 था. आंकड़ों से पता चला कि 29 सितंबर को दो साल पहले पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी लॉन्च पैड पर भारतीय सेना द्वारा सर्जिकल हमलों के बाद से पाकिस्तानी सेना द्वारा सीमा पर संघविराम के उललंघन करने के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. जानिए वीडियोकॉन के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत के जीवन से जुडी कुछ दिलचस्प बातें गृह मंत्रालय की प्रतिक्रिया में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान 35 सेनाकर्मी और 21 बीएसएफ कर्मियों भी शहीद हो गए थे, इसके अलावा इस साल 28 सामान्य नागरिक भी पाकिस्तानी गोली का निशाना बने हैं, जबकि 2016 में ये आंकड़ा 13 और 2017 में 12 था. इसके अलावा, जनवरी 2016 से इस साल जुलाई तक, 263 सुरक्षाकर्मियों सहित 565 लोग घायल हो गए हैं, गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट में बताया है कि इस संख्या में 302 सामान्य नागरिक भी शामिल थे. खबरें और भी:- पहली बार भारत आए माइक टायसन, कहा झुग्गियों से ही निकलते हैं चैंपियन CMD माधवन ने कहा, HAL ने 2017-18 में किया अब तक का रिकॉर्ड कारोबार कारोबारियों को सरकार की खुशखबरी, जल्द मिलेगी ई-वे बिल से मुक्ति