आप सभी को बता दें कि फाल्गुन के महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पर्व पूरा देश मनाता है. ऐसे में कहते हैं इस दिन माता पार्वती और शंकर जी का विवाह हुआ था जो बहुत ख़ास रहा था. वहीं इसमें ज्योतिषों की माने तो इस साल महाशिवरात्रि 4 मार्च यानी सोमवार को मनाय जाने वाला है. आप सभी को बता दें कि इस साल शिवरात्रि का ये पावन पर्व श्रवण नक्षत्र में पड़ेगा और श्रवण का स्वामी चंद्रमा होता है. ज्योतिषों के अनुसार इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी है और चंद्रमा भगवान शिव के मस्तक पर शोभित भी होता है. वहीं इस तरह से यह तीन महासंयोग अद्भुत है जो बहुत ही मुश्किल से मिलता है और इस प्रकार इस साल यह महापर्व बहुत ही मंगलकारी माना जा रहा है. बताया गया है कि इस दिन जो लोग रोग से पीड़ित हैं तथा प्रायः अस्वस्थ रहते हैं या किसी गंभीर महा बीमारी से परेशान हैं उनको कुशोदक से रुद्राभिषेक करना चाहिए और कुश को पीसकर गंगा जल में मिला लीजिए फिर भगवान शिव का नियम तथा श्रद्धा पूर्वक रुद्राभिषेक करें. इसी के साथ अभिषेक करने के और भी कई फायदे हैं जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं. * कहा जाता है अगर किसी इंसान को धन चाहिए तो उसे देसी घी से रुद्राभिषेक करना चाहिए. * आप सभी को बता दें कि किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए तीर्थ स्थान के नदियों के जल से रुद्राभिषेक करना चाहिए. * ज्योतिषों के अनुसार गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करने से कार्य में आने वाली सभी बाधाएं समाप्त हो जाती हैं. * कहते हैं शहद से रुद्राभिषेक करने से जीवन के दुख खत्म हो जाते हैं. महाशिवरात्रि : जानिए कब और क्यों नहीं तोडना चाहिए बिल्वपत्र महाशिवरात्रि पर जरूर करें भोलेनाथ के इन 108 नामों का जाप सुख-समृद्धि के लिए इस महाशिवरात्रि पर बनाए ऐसा शिवलिंग और करें पूजा