देशभर में एनआईटी और आईआईईएसटी संसथान तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में आईआईटी के साथ ही उत्कृष्ट माने जाते हैं. गौरतलब है कि एनआईटी और आईआईईएसटी संसथान में लगभग 6 हजार असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर्स के पदों पर भर्तियां प्रक्रिया जारी हैं. ये तकनीकी संसथान स्वशासी होते हैं जो केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत संचालित होते है. भोपाल एनआईटी में 161, रायपुर एनआईटी में 55, इलाहबाद एनआईटी में 178, जालंधर एनआईटी में185, कुरुक्षेत्र एनआईटी में 127, जमशेदपुर एनआईटी में 127, पटना एनआईटी में 122, कालीकट एनआईटी में145, त्रिचरापल्ली एनआईटी में 177, दुर्गापुर एनआईटी में 104 पदों पर भर्तियां होना है. भारतीय अभियांत्रिकी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में की जा रही फैकल्टी नियुक्ति विवादों का साया मंडराने लगा है. असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर्स की भर्ती के लिए समान योग्यता होने पर भी किसी एनआईटी में पात्र माने जा रहे हैं तो कहीं इन्हे अपात्र मानकर उनका आवेदन निरस्त कर दिया जा रहा है. दरसअल ये विवाद इनके अध्यापन अनुभव वाले संस्थान को लेकर है. सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को देशभर से असमान मापदंडों और भेदभाव की लगभग 100 से अधिक शिकायतें अब मिल चुकीं हैं. इनमें सबसे ज्यादा शिकायतें मध्यप्रदेश से आई हैं. सरकार ने किया पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ छोटे उद्योगपतियों ने मोर्चा खोला मप्र: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के एलान के बाद सांसद ने किया बवाल