नई दिल्ली : सप्ताह के दूसरे दिन यानी मंगलवार को रुपये में कमजोरी के साथ शुरुआत हुई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे की कमजारी के साथ 69.49 रुपये के स्तर पर खुला। वहीं सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 27 पैसे टूटकर 69.42 के स्तर पर बंद हुआ था। बता दें आज बाजार में मजबूती का रुख नजर आया. वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच भारतीय बाजारों में भी बढ़े कच्चे तेल के दाम इस तरह तय होते है दाम सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रुपये की कीमत पूरी तरह इसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है। इस पर आयात एवं निर्यात का भी असर पड़ता है। दरअसल हर देश के पास दूसरे देशों की मुद्रा का भंडार होता है, जिससे वे लेनदेन यानी सौदा (आयात-निर्यात) करते हैं। इसे विदेशी मुद्रा भंडार कहते हैं। समय-समय पर इसके आंकड़े रिजर्व बैंक की तरफ से जारी होते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार के घटने और बढ़ने से ही उस देश की मुद्रा पर असर पड़ता है। इस कारण शादी सीजन में बनी रहेगी सोने की मांग में तेजी ऐसे पड़ता है भाव पर असर इसी के साथ अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी का रुतबा हासिल है। इसका मतलब है कि निर्यात की जाने वाली ज्यादातर चीजों का मूल्य डॉलर में चुकाया जाता है। यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत से पता चलता है कि भारतीय मुद्रा मजबूत है या कमजोर। अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी इसलिए माना जाता है, क्योंकि दुनिया के अधिकतर देश अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में इसी का प्रयोग करते हैं। यह अधिकतर जगह पर आसानी से स्वीकार्य है। डॉलर के मुकाबले 7 पैसे की कमजोरी के साथ खुला रुपया पेट्रोल के दामों में नजर आयी मामूली बढ़त, डीजल स्थिर सप्ताह की शुरुआत में सेंसेक्स मजबूत तो निफ्टी भी बढ़त पर