नई दिल्ली : सप्ताह के तीसरे दिन यानि बुधवार को रुपये में कमजोरी के साथ शुरुआत हुई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ 69.55 रुपये के स्तर पर खुला। वहीं मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे टूटकर 69.43 के स्तर पर बंद हुआ। वही आज बाजार में भी भरी गिरावट नजर आई है. फाइनेंशियल ईयर 2018-19 के दौरान दर्ज की गई इनकम टैक्स ई-फाइलिंग में भारी गिरावट ऐसे तय होते है दाम प्राप्त जानकारी के अनुसार रुपये की कीमत पूरी तरह इसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है। इस पर आयात एवं निर्यात का भी असर पड़ता है। दरअसल हर देश के पास दूसरे देशों की मुद्रा का भंडार होता है, जिससे वे लेनदेन यानी सौदा (आयात-निर्यात) करते हैं। इसे विदेशी मुद्रा भंडार कहते हैं। समय-समय पर इसके आंकड़े रिजर्व बैंक की तरफ से जारी होते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार के घटने और बढ़ने से ही उस देश की मुद्रा पर असर पड़ता है। मतदान की गहमागहमी के बीच तेल कंपनियों ने दिया बड़ा तोहफा इस तरह पड़ता है भाव पर असर जानकारी के अनुसार अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी का रुतबा हासिल है। इसका मतलब है कि निर्यात की जाने वाली ज्यादातर चीजों का मूल्य डॉलर में चुकाया जाता है। यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत से पता चलता है कि भारतीय मुद्रा मजबूत है या कमजोर। अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी इसलिए माना जाता है, क्योंकि दुनिया के अधिकतर देश अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में इसी का प्रयोग करते हैं। यह अधिकतर जगह पर आसानी से स्वीकार्य है। आज इस कारण 23 पैसे की बड़ी गिरावट के साथ खुला रुपया अक्षय तृतीया पर बढ़ेगी आभूषणों की मांग, फिलहाल ऐसा है आज का भाव सप्ताह के पहले दिन कारोबारी सत्र में भारी गिरावट के साथ हुई बाजार की शुरुआत