नई दिल्ली: भारतीय रुपये में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई है। डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है। रुपया शुक्रवार (23 सितम्बर) को 41 पैसे टूटकर डॉलर के मुकाबले 81.20 के ऑल-टाइम लो पर पहुंच गया है। यूएस ट्रेजरी यील्ड्स के कई वर्षों के हाई पर पहुंचने और इंपोर्टर्स की ओर से डॉलर की ऊंची डिमांड की वजह से रुपये में यह गिरावट दर्ज की गई है। बता दें कि, रुपये में गुरुवार को फरवरी के बाद से सबसे बड़ी सिंगल सेशन पर्सेंटेज गिरावट दर्ज की गई थी। डॉलर के मुकाबले गुरुवार को रुपया 99 पैसे गिर गया था। वहीं, US डॉलर इंडेक्स 111 की रेंज के ऊपर बना हुआ है। इसके साथ ही, यूएस बॉन्ड यील्ड्स में 4.1 फीसद का उछाल आया है। ट्रेडर्स का कहना है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से आक्रामक तरीके से दखल न दिए जाने और यूएस फेडरल रिजर्व के रेट आउटलुक के चलते रुपये में गिरावट देखी जा रही है। 10 वर्ष की अवधि वाले यूएस ट्रेजरी यील्ड में 3.70 फीसद और दो साल वाले ट्रेजरी यील्ड में 4.16 फीसद का उछाल आया है। बता दें कि गुरुवार को रुपया, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 80.86 रुपये के रिकॉर्ड लो पर बंद हुआ था। वहीं, बुधवार को रुपया 79.97 के स्तर पर था। डॉलर इंडेक्स शुक्रवार को 111.35 के स्तर पर तक़रीबन फ्लैट रहा, यह दो दशक के अपने हाई 111.81 के आसपास रहा। डॉलर इंडेक्स गुरुवार को इस स्तर पर पहुंचा था। एशियन करेंसीज में गुरुवार को रुपया सर्वाधिक गिरावट वाली मुद्राओं में शामिल रहा। विश्लेषकों का कहना है कि रुपये में और गिरावट आ सकती है। केंद्रीय मंत्री की बैठक में BSNL अधिकारी को आई झपकी, गई नौकरी ! Wipro ने 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकला, चेयरमैन ने बताया ये कारण केंद्रीय मंत्री की बैठक में BSNL अधिकारी को आई झपकी, गई नौकरी !