नई दिल्ली : सोमवार को रुपये में मजबूती के साथ शुरुआत हुई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे की मजबूती के साथ 69.41 रुपये के स्तर पर खुला। वहीं शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे की कमजोरी के साथ 69.47 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। सरकार ने बढ़ाया सुरक्षा शुल्क, महंगी होगी विमान सेवा इस तरह मजबूत होता है रुपया इसी के साथ बता दें अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी का रुतबा हासिल है। इसका मतलब है कि निर्यात की जाने वाली ज्यादातर चीजों का मूल्य डॉलर में चुकाया जाता है। यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत से पता चलता है कि भारतीय मुद्रा मजबूत है या कमजोर। अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी इसलिए माना जाता है, क्योंकि दुनिया के अधिकतर देश अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में इसी का प्रयोग करते हैं। यह अधिकतर जगह पर आसानी से स्वीकार्य है। गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा- बैंकिंग, गैर-बैंकिंग क्षेत्र में संचालन सुधार पर ध्यान देगा रिजर्व बैंक इस तरह पूरी होती है मांग सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रुपये की कीमत पूरी तरह इसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है। इस पर आयात एवं निर्यात का भी असर पड़ता है। दरअसल हर देश के पास दूसरे देशों की मुद्रा का भंडार होता है, जिससे वे लेनदेन यानी सौदा करते हैं। इसे विदेशी मुद्रा भंडार कहते हैं। समय-समय पर इसके आंकड़े रिजर्व बैंक की तरफ से जारी होते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार के घटने और बढ़ने से ही उस देश की मुद्रा पर असर पड़ता है। रविवार को भी नजर आई पेट्रोल और डीजल के दामों मे कमी पिछले सप्ताह बाजारों में नजर आया मानसून के पूर्वानुमान का असर गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा- बैंकिंग, गैर-बैंकिंग क्षेत्र में संचालन सुधार पर ध्यान देगा रिजर्व बैंक