नई दिल्ली : सप्ताह के तीसरे दिन यानी बुधवार को रुपये में कमजोरी के साथ शुरुआत हुई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे की कमजोरी के साथ 69.75 रुपये के स्तर पर खुला। वहीं मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 20 पैसे की कमजोरी के साथ 69.69 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। बता दें आज इसी के साथ बाजार की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई है. आज एक बार फिर नजर आई पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़त इस तरह पूरी होती है मांग सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रुपये की कीमत पूरी तरह इसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है। इस पर आयात एवं निर्यात का भी असर पड़ता है। दरअसल हर देश के पास दूसरे देशों की मुद्रा का भंडार होता है, जिससे वे लेनदेन यानी सौदा करते हैं। इसे विदेशी मुद्रा भंडार कहते हैं। समय-समय पर इसके आंकड़े रिजर्व बैंक की तरफ से जारी होते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार के घटने और बढ़ने से ही उस देश की मुद्रा पर असर पड़ता है। बाजार खुलते ही रुपये में नजर आई 15 पैसे की कमजोरी इस तरह मजबूत होता है रुपया इसी के साथ बता दें अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी का रुतबा हासिल है। इसका मतलब है कि निर्यात की जाने वाली ज्यादातर चीजों का मूल्य डॉलर में चुकाया जाता है। यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत से पता चलता है कि भारतीय मुद्रा मजबूत है या कमजोर। अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी इसलिए माना जाता है, क्योंकि दुनिया के अधिकतर देश अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में इसी का प्रयोग करते हैं। यह अधिकतर जगह पर आसानी से स्वीकार्य है। वैवाहिक जेवराती मांग कमजोर पड़ने से लुढ़का सोना लोकसभा चुनाव के बाद से अब तक जारी है पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि का दौर बाजार खुलते ही सेंसेक्स में नजर आई मजबूती