नई दिल्ली : डॉलर के मुकाबले देसी करेंसी रुपये में मजबूती मंगलवार को भी बनी रही। रुपया सुबह नौ बजे 11 पैसे की मजबूती के साथ 69.15 रुपये प्रति डॉलर पर खुलने के बाद और बढ़त बनाते हुए 69.42 पर आ गया। पिछले सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 44 पैसे की मजबूती के साथ 69.26 पर बंद हुआ था। करेंसी बाजार के जानकार बताते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम घटने से रुपये को मजबूती मिली है। साथ ही, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रमुख ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद की जा रही है, जिससे रुपया ताकतवर हुआ है। दाल की कीमतों को लेकर सरकार ने दिए इस तरह सख्त निर्देश इस तरह मजबूत होता है रुपया इसी के साथ बता दें अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी का रुतबा हासिल है। इसका मतलब है कि निर्यात की जाने वाली ज्यादातर चीजों का मूल्य डॉलर में चुकाया जाता है। यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत से पता चलता है कि भारतीय मुद्रा मजबूत है या कमजोर। अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी इसलिए माना जाता है, क्योंकि दुनिया के अधिकतर देश अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में इसी का प्रयोग करते हैं। यह अधिकतर जगह पर आसानी से स्वीकार्य है। घरेलू मांग में उतार-चढ़ाव के कारण मिश्रित रहा खाद्य तेलों का रुख इस तरह पूरी होती है मांग सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रुपये की कीमत पूरी तरह इसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है। इस पर आयात एवं निर्यात का भी असर पड़ता है। दरअसल हर देश के पास दूसरे देशों की मुद्रा का भंडार होता है, जिससे वे लेनदेन यानी सौदा करते हैं। इसे विदेशी मुद्रा भंडार कहते हैं। समय-समय पर इसके आंकड़े रिजर्व बैंक की तरफ से जारी होते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार के घटने और बढ़ने से ही उस देश की मुद्रा पर असर पड़ता है। सोमवार को बढ़त के साथ हुई रुपये की शुरुआत सोमवार को लगातार पांचवें दिन पेट्रोल और डीजल के दामों में नजर आई गिरावट सोमवार को शुरुआती कारोबार में नजर आई सेंसेक्स में बढ़त